नई दिल्ली: दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल की जंग से तो सभी वाकिफ हैं. वक्त वक्त पर दोनों की बीच विवाद खड़ा होता रहता है. अब एक बार कुछ ऐसा ही हुआ है. दरअसल उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली सरकार कि थिंक टैंक के दफ्तर पर ताला लगा दिया है. अफसरों ने बताया कि जैस्मीन शाह के दफ्तर को सील कर दिया गया है और उन्हें दी गईं सुविधाओं को भी वापस ले लिया गया है.


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अफसरों ने बताया कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीएम अरविंद केजरीवाल से 'सियासी मकसद' से अपने दफ्तर का गलत इस्तेमाल का इस्तेमाल करने के आरोपों की वजह से शाह को डीडीसीडी के उपाध्यक्ष पद से हटाने के लिए भी कहा है. उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से दी गई गाड़ी और नौकरों को वापस बुलाने का अमल जारी है. 


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दिल्ली सरकार के योजना विभाग ने बृहस्पतिवार को एक आदेश जारी करते हुए बताया कि उपराज्यपाल ने शाह को डीडीसीडी के उपाध्यक्ष के तौर पर काम करने और इससे जुड़े किसी भी स्पेशल अधिकार और सहूलियतों का फायदा उठाने से रोकने का हुक्म दिया है. यह कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी के सांसद के की तरफ से की गई शिकायत के बाद की गई है. भाजपा सांसद परवेश वर्मा ने शिकायत की थी कि जैस्मीन शाह डीडीसी के उपाध्यक्ष होने के बावजूद 'आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता के तौर पर काम कर रहे हैं'


याद रहे के कि दिल्ली सरकार की तमाम स्कीमों को बनाने से लेकर उनपर अमल करने का काम डायलॉग एंड डेवलपमेंट कमीशन दिल्ली यानी डीडीसीडी का होता है. डीडीसीडी स्थापना वर्ष पहले की गई थी. जिसका चेयरमैन जैस्मिन शाह को नियुक्त किया गया था. लेकिन अब विवाद इसलिए खड़ा हो गया क्योंकि जैस्मिन शाह आम आदमी पार्टी के साथ भी जुड़े हैं, वो इस पार्टी के नेता हैं. ऐसे में उनपर सरकार का पक्ष रखने का आरोप लगते रहे हैं. 


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