Lok Sabha Elections: BSP ने जारी की पांचवीं लिस्ट; वाराणसी में PM मोदी के खिलाफ उतारा मुस्लिम उम्मीदवार
UP Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है. तमाम पार्टियों की तरफ से उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जा रहा है. मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी ने उम्मीदवारों की नई लिस्ट जारी कर दी है. इस सूची में 11 कैंडिडेट्स का ऐलान किया गया है.
BSP Released Fifth Candidate List: लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी गहमा-गहमी बढ़ गई है. लोकसभा इलेक्शन के लिए बहुजन समाज पार्टी ने अपनी तैयारियों को धार देते हुए ने मंगलवार को उम्मीदवारों की नई लिस्ट जारी की है. बीएसपी ने अपनी पांचवीं सूची में 11 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. BSP ने मंगलवार को अपने उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की है. इसमें 11 उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाई गई है. साथ ही पार्टी ने वाराणसी से पीएम मोदी के सामने मुस्लिम चेहरे अतहर जमाल लारी को चुनावी मैदान में उतारा है.
डिंपल यादव के खिलाफ शिव प्रसाद यादव को दिया टिकट
वहीं, मैनपुरी में डिंपल यादव के खिलाफ अपना उम्मीदवार बदल कर शिव प्रसाद यादव पर दांव खेला है. गुलशन देव शाक्य का टिकट काटकर शिव प्रसाद यादव को इंतेखाबी मैदान में उतारा है. वहीं, जौनपुर से पूर्व एमपी धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह रेड्डी को कैंडिडेट बनाया है. बलिया से बीजेपी उम्मीदवार और पूर्व पीएम चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर के मुकाबले में लल्लन सिंह यादव को टिकट दिया है. वहीं, गाजीपुर सीट से डॉ. उमेश कुमार सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है. यहां से समाजवादी पार्टी ने अफजाल अंसारी और बीजेपी ने पारसनाथ राय को टिकट दिया है.
पिछले इलेक्शन में 10 सीटों पर हुई थी कामयाब
बीएसपी ने अपनी नई लिस्ट में डुमरियागंज से बीजेपी उम्मीदवार जगदंबिका पाल के सामने ख्वाजा शमसुद्दीन को टिकट दिया है. सुल्तानपुर से उदराज वर्मा को इंतेखाबी मैदान में उतारा है. यहां से मेनका गांधी बीजेपी उम्मीद हैं. इसके अलावा बरेली से छोटेलाल गंगवार, फर्रुखाबाद से क्रान्ति पांडेय और बांदा से मयंक द्विवेदी को टिकट दिया है. बदायूं से शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव के खिलाफ मुस्लिम खां पर दांव लगाया है. बता दें कि, यूपी में लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं, पिछले लोकसभा इलेक्शन में BSP ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर इंतेखाब लड़ा था. जिसमें BSP को 10 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. जबकि समाजवादी पार्टी को 5 सीटों पर सफलता मिली थी.