Who is Ajay Rai: कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए शनिवार को 45 उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की. इस लिस्ट में सबसे अहम नाम पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय राय का है. इन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से टिकट दिया गया है. अजय राय 2014 और 2019 में भी वाराणसी से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.


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ABVP से जुड़े अजय
कांग्रेस नेता अजय राय 7 अक्टूबर 1969 में वाराणसी में पैदा हुए. वह सबसे पहले भाजपा की स्टूडेंट विंग ABVP से जुड़े. उन्होंने साल 1996 में पहली बार भाजपा के टिकट पर कोलासला सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था. चुनाव में उन्होंने CPI विधायक उदल को शिकस्त दी थी. इसके बाद साल 2002 और 2007 में लोकसभा चुनावों में बहुजन समाज पार्टी के अवधेश सिंह को हराया था.


2009 में छोड़ी भाजपा
अजय का साल 2009 में भाजपा से मोह भंग हो गया. बताया जाता है कि वह भाजपा की तरफ से वाराणसी से टिकट न दिए जाने की वजह से नाराज थे. इसके बाद वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. सपा ने उन्हें मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ मैदान में उतारा लेकिन अजय राय यह चुनाव हार गए.


2012 में कांग्रेस में आए
5 बार विधायकी का इलेक्शन जीतने वाले अजय राय ने साल 2012 में कांग्रेस का दामन थाम लिया. 2012 में ही उन्होंने पिंडरा विधानसभा इलाके से विधानसभा चुनाव जीते थे. लेकिन साल 2017 के विधानसभा चुनाव में राय को शिकस्त का सामना करना पड़ा था. इस बार उन्हें भाजपा के कैंडिडेट अवधेश सिंह ने 40 हजार वोटों से हराया था.


पीएम मोदी के खिलाफ अजय
साल 2014 में कांग्रेस ने अजय राय को पीएम मोदी के खिलाफ टिकट दिया. लेकिन उनकी करारी शिकस्त हुई. उन्हें 5 लाख से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा. साल 2019 में कांग्रेस ने दोबारा अजय राय को पीएम मोदी के खिलाफ टिकट दिया. इस बार भी उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा. इस बार भी वह 5 लाख से ज्यादा वोटों से हारे. इसके बाद साल 2023 में कांग्रेस ने अजय राय को उत्तर प्रदेश कमेटी का अध्यक्ष बनाया. इस बार फिर कांग्रेस ने अजय राय को पीएम मोदी के खिलाफ टिकट दिया है.