बिहार में लोकसभा सीट बंटवारे को लेकर इंडिया गठबंधन में रस्साकशी; क्या राज्यसभा, विधान परिषद की सीटें निभाएगी भूमिका ?
Lok Sabha Election 2024: सूत्रों के मुताबकि, नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से फोन पर बात की है. साथ ही नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन से जुड़े कई मद्दों पर भी चर्चा की है.
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच विपक्षी गठबंधन इंडिया (I.N.D.I.A.) के सामने सीट बंटवारे को लेकर गहमागहमी बनी हुई है. सभी पार्टियां ज्यादा से ज्यादा सीटों पर अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं. इसी बीच बिहार के सीएम नीतीश कुमार एक बार फिर से एक्टिव हो गए हैं. बताया जा रहा है कि इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों में सीट बंटवारे को लेकर बड़े लीडरों के बीच बातचीत चल रही है.
सूत्रों के मुताबकि, नीतीश कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी से फोन पर बात की है. साथ ही नीतीश कुमार ने इंडिया गठबंधन से जुड़े कई मद्दों पर भी चर्चा की है.
सीट बंटवारे में राज्यसभा और विधान परिषद निभाएगी अहम भूमिका
लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर राज्यसभा और विधान परिषद की इस साल होने वाली खाली सीटें भी अहम भूमिका निभाएगी. इस साल अप्रैल में राज्य की छह राज्यसभा सीटें खाली होने वाली है. जबकि, मई में विधान परिषद की 11 सीटें रिक्त होगी. लोकसभा सीटों के बंटवारे में इन खाली सीटों का महत्व और बढ़ जाएगा.
माना जा रहा है कि बिहार में INDIA गठबंधन में सीट बंटवारे में पेंच फंसता देख इन खाली सीटों पर समीकरण बैठाया जा सकता है. ऐसे में विधायकों की तादाद देखते हुए राज्यसभा में जदयू को अपनी दो सीटें और कांग्रेस को अपनी एक सीटें बचाने के लिए सहयोगी पार्टियों की जरूरत पड़ेगी.
इन राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल होगा समाप्त
राज्यसभा के जिन मौजूदा सदस्यों का टेन्योर अप्रैल महीने में खत्म होगा, उनमें भाजपा के सुशील कुमार मोदी, कांग्रेस के डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह, जदयू के अनिल हेगड़े और वशिष्ठ नारायण सिंह और राजद से अशफाक करीम एवं मनोज कुमार झा शमिल हैं.
बिहार में कांग्रेस इतने सीटों पर लड़ना चाहती है?
जानकारी के मुताबिक, बिहार में कांग्रेस 40 लोकसभा सीटों में से 9-10 सीटों पर चुनाव लड़ने की कोशिश में हैं. इससे पहले 2019 के चुनाव में कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें कांग्रेस सिर्फ एक सीट किशनगंज लोकसभा जीतने में सफल रहे थे. वहीं, उनके सहयोगी पार्टी राजद भी 11 सीटों पर चुनाव लड़ी और एक भी सीट नहीं जीती.