Maharashtra Assembly Chunav: लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने के बाद महाविकास अघाड़ी (एनसीपी पवार-शिवसेना यूबीटी और कांग्रेस) ने महाराष्ट्र असेंबली इलेक्शन में भी एक साथ लड़ने का फैसला किया है. शनिवार को महाविकास अघाड़ी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की. कांग्रेस नेता व पूर्व सीएम पृथ्वीराज चौहान ने कहा कि आने वाले असेंबली इलेक्शन को लेकर हमारी पहली बैठक हुई. इस बैठक में हमने फैसला किया है कि असेंबली इलेक्शन भी एक साथ लड़ेंगे.  


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उन्होंने कहा कि आम चुनाव 2024 में लोकतंत्र बचाने के लिए राज्य की जनता ने अहम भूमिका निभाई. उन्होंने (मतादाता ) और किसानों ने सरकार को संदेश दे दिया है. महायुति का मज़हबी पोलराइजेशन भी काम नहीं आया. आने वाले दिनों में असेंबली का इलेक्शन होना है. साथ ही BMC और महाराष्ट्र के तमाम शहरों के म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के चुनाव होने हैं. यहां की जनता ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए जागरूक्ता के साथ मतदान किया.


जनता ने बीजेपी को करारा जवाब दिया है; उद्धव ठाकरे
वहीं, शिवसेना (UBT) के चीफ उद्धव ठाकरे ने लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य की जनता ने भारतीय जनता पार्टी की अगुआई वाली एनडीए को करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा, "यह लड़ाई लोकतंत्र और संविधान बचाने की थी. यह जीत हमारी आखिरी नहीं, बल्कि अभी शुरू हुई है. आने वाले दिनों में असेंबली का इलेक्शन होना है. हम सभी इस इलेक्शन में भी एक साथ मिलकर लड़ेंगे. इलेक्शन कमीशन ने  पार्टी के संबल को लेकर क्या किया यह सबके सामने है. हमने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. हमें उम्मीद है कि न्याय मिलेगी."


उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कहा कि पीएम का पद देश की जनता ने दिया था. हालांकि, अब एनडीए की वजह से पीएम बने हैं. इस बार के चुनावी नतीजों ने यह साफ कर दिया कि मोदी के उपर लोगों का यकीन कम हुआ है. उन्होंने कहा, "मैं 22 जनवरी को नासिक की प्रसिद्ध कालाराम मंदिर गया था, जहां-जहां प्रभु श्री राम का वास्तव्य रहा है, वहां-वहां भारतीय जनता पार्टी को करारी हार झेलनी पड़ी है."


जाति आधारित जनगणना की जरूरत; शरद पवार
वहीं, शिंदे और उनके नेता की वपासी को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि कि जो लोग छोड़कर गए हैं उन्हें वापस नहीं लेंगे. वहीं, शरद पवार ने देश में जाति आधारित जनगणना की जरूरत है.