मुंबई / दिल्लीः आजकल विमानों के हादसे बेहद आम होते जा रहे हैं. देश में पिछले कुछ दिनों में कई विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी है और यात्री बाल-बाल दुघर्टना के शिकार होने से बचे हैं. ताजा मामला पुणे का है, जहां एक प्रशिक्षण विमान दुर्घटना (aircraft crash) का शिकार हो गया है. सोमवार को महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक सीट वाला छोटा प्रशिक्षण विमान दुर्घटनाग्रस्त (aircraft crash) हो गया, लेकिन खास बात यह है कि इस विमाम को उड़ा रही है 22 वर्षीय महिला पायलट इस हादसे में जिंदा बच गई. विमान के दुर्घटना होने के कारणों का अभी पता नहीं चला है. हादसे के बाद दुर्घटनास्थल पर गांव के ढेर सारे लोग जमा हो गए थे. गांव के लोगों ने ही पायलट को बाहर निकाला और उसकी मदद की. \


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निजी स्कूल का था विमान 
पुलिस के एक अफसर ने बताया कि हादसा दोपहर करीब साढ़े 11 बजे इंदापुर तहसील के कदबनवाड़ी इलाके में हुआ था. हादसे में विमान क्षतिग्रस्त हो गया. अधिकारी ने बताया कि एक निजी विमानन स्कूल के इस विमान ने पुणे के बारामती हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी. एविएशन सर्किल के मुताबिक, विमान सेसना 152 वीटी-एएलआई है, जिसमें पायलट भावना राठौड़ अकेले उड़ान भर रही थी. इस दुर्घटना में पायलट भावना राठौड़ को मामूली चोटें आई हैं. उन्हें इलाज के लिए एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इससे पहले भी फरवरी 2019 में इंदापुर तहसील के रुई गांव के पास एक ट्रेनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.  

डीजीसीए ने दिए जांच के आदेश 
नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर इस घटना के बारे में जानकरी दी कि हादसे का पता लगाने के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने जांच शुरू कर दी है. मंत्री ने अफसोस जताते हुए कहा कि पुणे जिले के इंदापुर में एक प्रशिक्षण विमान का दुर्घटनाग्रस्त होना बेहद दुखद है. हादसे में किसी की जान नहीं गई है, मैं घायल पायलट भावना राठौड़ के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.’’ 


एक चूक और कुछ भी हो सकता हैः अदालत 
उधर, मुंबई हवाईअड्डे के नजीद ऊंची इमारतों से विमानों के लिए उत्पन्न खतरों से जुड़ी एक याचिका पर सुनवाई करते हुए बंबई हाईकोर्ट ने सोमवार को कहा कि विमानन में सब कुछ हवाई यातायात नियंत्रण पर निर्भर करता हैं, और महज एक छोटी सी गलती से कुछ भी हो सकता है. कोर्ट एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिन्होंने यहां हवाई अड्डे के नजदीक तयशुदा ऊंचाई से ज्यादा ऊंचे भवनों के निर्माण के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया है. याचिका के मुताबिक ये भवन यहां हवाई अड्डे पर विमानों के उड़ान भरने और उतरने में एक जोखिम पैदा करते हैं और उसकी वजह से किसी दिन कुछ भी बड़ी घटना हो सकती है.मामले की सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति ने कहा कि यह मुद्दा सभी से जुड़ा है. उन्होंने हाल में रिलीज हुई अजय देवगन की हिंदी फिल्म ‘‘रनवे 34’’ का हवाला भी दिया. उन्होंने कहा कि मुझे ‘रनवे 34’ देखने का मौका मिला है, जिसे देखकर मैंने समझा है कि पायलट पर कुछ भी निर्भर नहीं करता है. हर चीज हवाई यातायात नियंत्रण पर निर्भर करता है.’’ अदालत ने कहा कि वह इस विषय पर आगे शुक्रवार को सुनवाई करेगी.


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