मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र और वित्त मंत्री पर किया तंज़; रुपये में गिरावट को अर्थव्यवस्था के लिए बताया ख़तरनाक
Mallikarjun Kharge: कांग्रेस सद्र मल्लिकार्जुन खड़गे ने डॉलर के मुक़ाबले रुपये में रिकॉर्ड गिरावट को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को निशाना बनाया. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह हालात देश की अर्थव्यवस्था के लिए ख़तरनाक साबित हो सकते हैं. पढ़िए पूरी ख़बर..
Mallikarjun Kharge: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने केंद्र सरकार पर निशाना है. खड़गे ने अमेरिकी डॉलर के मुक़ाबले भारतीय रुपये की लगातार गिरावट पर केंद्र सरकार पर तंज़ किया है. खड़गे ने ट्वीट करते हुए लिखा, "डॉलर के मुक़ाबले फिर रुपया रिकॉर्ड निचले सतह पर, 83 पार पहुंचा. रुपये में गिरावट हमारी इकॉनमी के लिये काफी ख़तरनाक साबित हो सकती है. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि वित्त मंत्री ने कहा कि रुपया कमज़ोर नहीं हो रहा, डॉलर मज़बूत हो रहा है. सिर्फ बयानों से काम नहीं चलेगा, केंद्र सरकार को जल्द ही कोई ठोस क़दम उठाने की ज़रूरत है.
बयानों से काम नहीं चलेगा: खड़गे
खड़गे ने अपने ट्वीट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman)पर तंज़ करते हुए कहा कि अब सिर्फ बयानबाज़ी से काम नहीं चलेगा.बल्कि इस सिम्त में ठोस क़दम उठाने का समय आ गया है. क़ाबिले ज़िक्र है कि फाइनेंस मिनिस्टर ने 16 अक्टूबर को कहा था कि रुपये ने अन्य उभरती बाजार मुद्राओं की तुलना में काफी बेहतर मुज़ाहिरा किया है. वित्त मंत्री का यह बयान रुपये के 82.69 के सतह तक गिरने के कुछ दिनों बाद आया था. इंडियन करेंसी की गिरावट के बारे में बात करते हुए सीतारमण ने कहा था कि यह डॉलर के मज़बूत होने की वजह से हुआ है. उन्होंने कहा कि रुपया कमज़ोर नहीं हो रहा है.
19 अक्टूबर को खड़गे कांग्रेस के अध्यक्ष बने
बता दें कि 19 अक्टूबर को ही मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे. कांग्रेस के सद्र ओहदे के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और तिरुवनंतपुरम से लोकसभा एमपी शशि थरूर आमने-सामने थे, लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे ने बाज़ी मार ली. खड़गे को 7897 वोट मिले जबकि थरूर को केवल 1072 वोट हासिल हुए थे. साल 2019 में हुए लोकसभा इलेक्शन के एफिडेविड के मुताबिक मल्लिकाअर्जुन खड़गे के 6 से ज़्यादा बैंकों में अकाउंट है. इनमें प्रगति ग्रामीण बैंक, कैनरा बैंक, कारपोरेशन बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया जैसे नाम शामिल है. इन सभी बैंको में 1 करोड़ रुपए से ज़्यादा की राशि जमा दिखाई गई है.
इस तरह की ख़बरों को पढ़ने के लिए zeesalaam.in पर विज़िट करें.