Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा शांत होने का नाम नहीं ले रही है. एक ताजा हिंसा का मामला चुराचांदपुर में पेश आया है. जहां, गुरुवार रात ताजा हिंसा भड़क गई जब भीड़ ने एसपी और डीसी कार्यालयों वाले सरकारी परिसर में घुसकर वाहनों को आग लगा दी और सरकारी संपत्ति में तोड़फोड़ की, जिसके कुछ घंटों बाद जिला पुलिस के एक हेड कांस्टेबल को कथित तौर पर हथियारों से लैस आदमी के साथ वीडियो मे देखे जाने के बाद निलंबित कर दिया गया.


मणिपुर में ताजा हिंसा का मामला


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अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बलों के जरिए इस्तेमाल की जाने वाली कई बसों और ट्रकों को आंदोलनकारियों ने जला दिया. इस दौरान सैकड़ों लोग कार्यालय के कमरों में घुस गए और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने आंदोलनकारियों को तितर-बितर करने के लिए कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे और "न्यूनतम घातक बल" का इस्तेमाल किया और मौजूदा हालात को कंट्रोल काम किया जा रहा है. हालात बेहद अस्थिर हैं.


एक शख्स की मौत 30 घायल


हिंसा में एक शख्स की मौत हो गई है और 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. चश्मदीद कहते हैं,"एसपी शिवानंद सुर्वे का निलंबन आदेश अलग-अलग सोशल मीडिया ग्रुप्स वायरल होने के तुरंत बाद शाम करीब 7.40 बजे चुराचांदपुर एसपी कार्यालय के सामने परेशानी शुरू हो गई."


मणिपुर पुलिस ने किया ट्वीट


दिन की शुरुआत में मणिपुर पुलिस ने एक्स पर पोस्ट किया था, "लगभग 300-400 की संख्या में भीड़ ने आज एसपी सीसीपी के कार्यालय पर धावा बोलने की कोशिश की है, इसके साथ पथराव किया गया है. आरएएफ सहित एसएफ (सुरक्षा बल) आंसू गैस चलाकर उचित जवाब दे रहे हैं. चीजों पर नजर रखी जा रही है.''


कांस्टेबल के खिलाफ सख्त एक्शन


बता दें, हेड कांस्टेबल सियामलालपॉल को "हथियारबंद लोगों" के साथ और "गांव के स्वयंसेवकों के साथ बैठने" का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद "अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से निलंबित" रखा गया था. पुलिस ने अपने ऑर्डर में कहा था,"अनुशासित पुलिस बल का सदस्य होने के नाते यह बहुत गंभीर कदाचार के समान है." आदेश में कहा गया, ''चुराचांदपुर जिला पुलिस के सियामलालपॉल के खिलाफ विभागीय जांच पर विचार किया जा रहा है, क्योंकि सोशल मीडिया पर एक क्लिप वायरल हुई है, जिसमें वह 14 फरवरी को हथियारबंद लोगों के साथ वीडियो बनाते दिख रहे हैं.''