Maulana Arshad Madani Exclusive With Zee Salaam: उत्तर प्रदेश में चल रहे मदरसा सर्वे को लेकर हंगामा बरपा हुआ है. ज्यादातर मुस्लिम रहनुमा इस सर्वे का विरोध कर रहे हैं लेकिन जब हमने इस मामले पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी से बातचीत की तो उन्होंने योगी सरकार के इस कदम को सही ठहराया. मौलाना अरशद मदनी ने कहा,"मेरे सामने पिछले 4-5 दिनों की यूपी में हो रहे सर्वे की रिपोर्ट आई है. उसमें लग रहा है कि यूपी सरकार का रवैया ठीक है खराब नहीं है. यूपी सरकार का रवैया अभी तक सर्वे को लेकर अच्छा है.


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"24 घंटे खुले हैं मदरसों के दरवाजे"
इसके अलावा मौलाना मदनी ने कहा,"मदरसे कोई ऐसी चीज नहीं हैं जिनका कोई पहलू छिपा हुआ हो. उत्तर प्रदेश के अंदर दसियों हजार मदरसे हैं. उन मदरसों के दरवाजे 24 घंटे खुले रहते हैं. जिसको जी चाहे वो जाए और जाकर देखे कि वहां क्या हो रहा है. रात हो या फिर दिन में." मौलाना ने आगे कहा,"मदरसों को लेकर हमारे दिल में कहीं भी यह बात नहीं है कि हमारे मदरसे गलत रास्तों पर चल रहे हैं. लेकिन हमें जो सर्वे से दिक्कत हुई वो यह है कि मौजूदा मुल्क के माहौल के मद्देनजर हुआ है."


"हमें सरकार की नीयत पर शक"
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तरफ से गैर सरकारी मदरसों का सर्वे करने का आदेश दिया गया है. सरकार के इस फैसले का देशभर में मुस्लिम रहनुमाओं ने विरोध किया. इस कड़ी में मौलान अरशद मदनी भी शामिल थे. इससे पहले उन्होंने कहा था कि हमें सर्वे से कोई दिक्कत नहीं है और ना ही कोई शक है लेकिन हमें सरकार की नीयत पर शक है. मौलाना ने आगे कहा,"अगर सरकार की नीयत साफ है तो फिर सभी शिक्षण संस्थानों का सर्वे कराए, सिर्फ मदरसों का ही क्यों."


बाथरूम-लाइब्रेरी समेत सभी जगहों का हो रहा सर्वे
बता दें कि गुजिश्ता रोज यूपी की राजधानी लखनऊ के मशहूर नदवा कॉलेज का सर्वे हुआ है. यहां पर बड़ी तादाद में छात्र पढ़ते हैं. नदवा में गुरुवार को तमाम आला अधिकारी पहुंचे और उन्होंने सर्वे किया. अफसरों ने बाथरूम, हॉल लाइब्रेरी और कमरों के अलावा कई जगहों का जायजा लिया.