बरेलीः पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी के मामले में भारतीय जनता पार्टी से मुअत्तल साबिक तर्जुमान नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर इतवार को बरेलवी मसलक के सबसे बड़े केन्द्र बरेली में इत्तहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) ने 'यौम-ए-दुरूद’ का आयोजन किया. बरेली के इस्लामिया कॉलेज मैदान में आयोजित इस प्रोग्राम में बड़ी तादाद में आईएमसी और आला हजरत से ताल्लुक रखने वाले लोगों ने शिरकत की. इस दौरान लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से दुरूद शरीफ पढ़ा और मुल्क में शांति व भाईचारा की दुआ मांगी. आईएमसी का यह कार्यक्रम पहले शुक्रवार 17 जून को होना था, मगर जुमे की वजह से इसके आयोजन को दो दिन आगे टाल दिया गया था. 

संयुक्त राष्ट्र संघ को भेजेंगे ज्ञापन 
इस मौके पर आईएमसी के सद्र मौलाना तौकीर रज़ा खां ने कहा कि हम कब से भाजपा की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा की गिफ्तारी मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार नहीं सुन रही है. उन्होंने कहा कि वह अपनी मांग की हिमायत में तैयार किया गया ज्ञापन जिला प्रशासन, सरकार या राज्यपाल को नहीं देंगे. ज्ञापन देना होगा तो संयुक्त राष्ट्र संघ को देंगे. मौलाना ने ऐलान किया कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो भारत के हर सूबे में यह माहौल बनाकर दिखाया जाएगा. सरकार उनकी बात सुनने को मजबूर हो जाएगी.

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अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की 
मौलाना तौकीर रजा खां ने अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रही हिंसा का जिक्र करते हुए इसे वापस लेने की मांग की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नजर नहीं आ रहा है कि पूरी दुनिया में भारत की कितनी बदनामी हो रही है. हमें भी तकलीफ हो रही है, क्योंकि यह सिर्फ उनका मुल्क नहीं है. इस आयोजन को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे. बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि रास्तों पर पुलिस, पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया था. आपात स्थिति से निपटने के लिए जगह-जगह फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और वज्र वाहन खड़े किए गए थे. 


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