MCD Election 2022: दिल्ली के मुस्लिम आबादी वाले इलाक़े मुस्तफ़ाबाद में एमसीडी इलेक्शन का अभी से खूब ज़ोर नज़र आ रहा है. आम आदमी पार्टी हो या फिर कांग्रेस मुस्लिम अक्सरियत वोटों को लुभाने की पूरी कोशिश में लगी है, हर पार्टी अपनी जीत को यक़ीनी बनाने में लगी है, लेकिन इलाक़े के लोग एक ही सवाल पूछ रहे है कि मुस्तफ़ाबाद इलाक़े में हर तरफ़ कूड़ा और गंदगी क्यों नज़र आ रही है, क्यों यहां सफाई का कोई इंतेज़ाम नहीं है. मक़ामी लोगों ने इलाक़े की सफ़ाई नहीं होने पर अपने ग़ुस्से का इज़हार किया. 


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'परेशानी सुनने वाला कोई नहीं'
मुस्तफ़ाबाद इलाक़े में जगह- जगह कूड़े का अंबार हैं. मक़ामी लोग शिकायत कर रहे हैं कि काउंसलर का इंतेख़ाब जीतने के बाद लीडर नज़र नहीं आते और पूरे इलाक़े के हालात बेहद ख़राब हैं, कूड़े और गंदगी को लेकर कोई सुनने वाला नहीं हैं. मक़ामी लोगों ने गु़स्से का इज़हार करते हुए बताया कि" महीनों से ऐसी ही परेशानी हो रही है, इलाक़े में महीनों से सफ़ाई नहीं हुई है, हमारी नगर पार्षद ने कोई काम नहीं किया, वो सिर्फ़ इलेक्शन के वक़्त ही नज़र आती हैं उसके बाद वो इलाक़े में नज़र नहीं आतीं".


गंदगी से परेशान हैं मक़ामी लोग
दूसरे मुस्लिम अक्सरियत वाले इलाक़ों की तरह नेहरू विहार इलाक़े में भी साफ़-सफ़ाई ना होना एक बड़ा मुद्दा है, लोग चाहते हैं कि दूसरे इलाक़ों की तरह ना सिर्फ यहां गंदगी साफ़ हो बल्कि डिस्पेंसरी और दूसरे सहूलियत भी उनको मिले. मक़ामी लोगों ने बताया कि काफ़ी वक़्त से सफ़ाई नहीं होने की वजह से लोगों ने फ़ैसला किया कि सब मिलकर इलाक़े की सफ़ाई के लिए पैसे जमा करके कूड़ा उठाने का इंतेज़ाम करेंगे.


एमसीडी इलेक्शन को लेकर हलचल
लोगों में इस बार के एमसीडी इलेक्शन को लेकर काफी हलचल है वो अलग-अलग मुद्दों पर बात करते दिखाई दे रहे हैं. मुस्तफ़ाबाद असेंबली इलाक़े के नेहरू विहार वार्ड में लोगों की सबसे ज़्यादा शिकायत इस बात को लेकर है, कि "तंग सड़कों पर हमेशा जाम लगा रहता है, और सफ़ाई यहां कभी वक़्त पर नहीं होती. यहां पिछली बार ताहिर हुसैन काउंसलर बने थे, जो दिल्ली दंगों के मामलों में मुल्ज़िम हैं और जेल में हैं .ऐसे में बाद में कुछ काम नहीं हो पाया. 


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