Meerapur Violence मामले में 100 के खिलाफ मामला दर्ज, पुलिस ने लगाए गंभीर आरोप
Meerapur Violence: मीरापुर में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 100 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उसमें कई अपोजीशन पार्टियों से जुड़े लोग भी हैं.
Meerapur Violence: पुलिस ने गुरुवार को बताया कि मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान ककरोली गांव में हिंसा और पथराव के लिए समाजवादी पार्टी और एआईएमआईएम के समर्थकों सहित 100 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
किन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए बुधवार को मतदान हुआ. पुलिस अधीक्षक (एसपी) ग्रामीण आदित्य बंसल ने बताया कि बुधवार शाम दर्ज की गई एफआईआर में समाजवादी पार्टी के 15 और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के 10 समर्थकों के नाम हैं.
क्या है आरोप
उन्होंने कहा, "उन पर हत्या करने की कोशिश करने, पुलिस की ड्यूटी में बाधा डालने और 20 नवंबर की शाम को कानून प्रवर्तन कर्मियों के साथ झड़प के दौरान हिंसा में शामिल होने का आरोप है." उन्होंने कहा कि बाकि संदिग्धों की पहचान निर्धारित करने के लिए जांच जारी है.
पुलिस पर हुआ पथराव
एफआईआर के मुताबिक, यह घटना बुधवार को ककरोली गांव में वोटिंग के दौरान हुई है. पुलिस के जरिए लोगों के एक ग्रुप को तितर-बितर करने के दौरान काफी विवाद हो गया. हालात बिगड़ने पर पुलिस पर पथराव किया गया.
इस बीच, एआईएमआईएम के जिला अध्यक्ष मौलाना इमरान कासमी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने वैध दस्तावेजों के साथ मतदाताओं को उपचुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने से रोका है. उन्होंने दावा किया, "पुलिस ने इसका विरोध करने पर कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया है. पुलिस पर पथराव का आरोप झूठा है."