पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि जाति आधारित गणना में बिहार के बाहर रहने वालों लोगों की भी जानकारी लेकर उनकी गणना की जाएगी. उन्होंने दोहराया कि गणना में किसी को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा. इससे सभी को फायदा होगा. 
पटना में जनता दरबार में मखुयमंत्री कार्यक्रम में भाग लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि अगर जाति आधारित गणना हो जाएगी तो चाहे किसी धर्म, जाति, मजहब के हों, सवर्ण, पिछड़े, दलित, आदिवासी हों, सबके बारे में पूरी जानकारी मिलेगी कोई भी किसी वर्ग का हो उसकी आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलेगी और उसको बेहतर करने के लिए काम किया जाएगा.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2010-11 में जो केंद्र सरकार के द्वारा गणना किया गया उसे भी प्रकाशित नहीं कराया गय. यहां के अधिकारी इसे अच्छे ढंग से करेंगे और सभी पार्टी के लोग भी मिलकर इसपर काम करेंगे. यहां यह इतने अच्छे ढंग से होगा कि बाकी लोग भी इसकी प्रशंसा करेंगे. उन्होंने कहा कि वैसे लोगों को भी इसमें शामिल किया जाएगा जो पिछले किसी जनगणना कार्य में लगे हुए थे या उसका अनुभव रखते हैं.


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि लोक नायक जयप्रकाश नारायण जी के आदर्शों से ही हम लोगों ने सीख ली है और जब से सेवा करने का मौका मिला है, उसी के अनुरुप काम करने की कोशिश कर रहे हैं. संपूर्ण क्रांति के 50 वर्ष पूरे होने पर बड़े पैमाने पर समारोहों के आयोजन को लेकर पत्रकारों के सवाल पर नीतीश ने इसे बहुत अच्छा विचार बताया. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘सन 1974 में संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर पटना के गांधी मैदान में लोक नायक जयप्रकाश नारायण जी की जनसभा में हमलोग मौजूद थे. जनसभा में काफी भीड़ उमड़ी थी. हम लोग लोक नायक जयप्रकाश नारायण जी की समिति में भी थे. हम उनके ही दिखाए मार्ग पर चल रहे हैं." 


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