मोहन भागवत के मदरसा जाने पर खुश न हों मुसलमान; संघ ने बताया मुलाकात का मतलब
Mohan Bhagwat Madarsa Visits and Meeting with Muslims Clerics: इमामों के संगठन के प्रमुख के साथ संघ के मुखिया मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) की बैठक और उनके मदरसा दौरे (Madarsa Visits) के बाद मुसलमानों का एक वर्ग इसे संघ के स्टैंड में बदलवा मान रहा है जबकि कांग्रेस इसे अपने भारत जोड़ो यात्रा के असर के तौर पर देख रही है, लेकिन इसी बीच संघ ने इन मुलाकातों का मकसद साफ कर दिया है.
नई दिल्लीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ प्रचारक और संघ के संगठन मुस्लिम मंच के मुखिया इंद्रेश कुमार (Indresh Kumar) ने शुक्रवार को कहा है कि सरसंघचालक मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) का मस्जिद का दौरा और इमामों के संगठन के प्रमुख के साथ बैठक करना संघ के स्टैंड से कोई भटकाव नहीं है. उन्होंने कहा कि संघ के रुख के बारे में कांग्रेस की समझ सही नहीं है, उसे इसपर ‘पश्चाताप’ करना चाहिए. आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य कुमार ने कांग्रेस के उस बयान की भी आलोचना की है, जिसमें विपक्षी दल ने कहा था कि उसकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का असर है कि आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) भारत जोड़ों मुहिम से घबराकर इमामों और मुस्लिम समुदाय (Muslim Community) के लोगों से मिलने पहुंच गए हैं.
मुस्लिम इमामों की मुलाकात को गलत समझा गया
दिल्ली के तीन मूर्ति चौक पर 104वें हाइफा विजय दिवस समारोह से इतर इंद्रेश कुमार (Indresh Kumar) ने पत्रकारों से बातचीत में कि संघ के रूख में कोई बदलाव नहीं आया है, वह पूर्ववत है और आगे भी ऐसे ही रहेगा जो उसकी हकीकत है. कुमार ने कहा, ‘‘लोगों ने भागवत से मुस्लिम इमामों की मुलाकात को गलत समझा है, क्योंकि उन्हें गुमराह किया गया है. गलतफहमी पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं.’’ उल्लेखनीय है कि इससे पहले संघ प्रमुख ने हाल में दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल जमीरउद्दीन शाह, पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी और कारोबारी सईद शेरवानी से मुलाकात की थी.
के. एस. सुदर्शन ने शुरू किया था मुलाकातों को सिलसिला
इंद्रेश कुमार ने कहा कि भागवत की इलियासी से मुलाकात अल्पसंख्यक समुदाय के साथ संवाद करने के संघ की पहल का एक हिस्सा भर है, जिसकी शुरूआत 20 साल पहले संघ के तत्कालीन प्रमुख के. एस. सुदर्शन के नेतृत्व में हुई थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को संघ पर निशाना साधने के लिए माफी मांगनी चाहिए. इंद्रेश कुमार ने कहा कि अगर कांग्रेस अपनी गलती के लिए माफी मांगती है, तब संघ उसकी गलतफहमी को दूर कर देगा.
संघ के सामान्य संवाद प्रक्रिया का हिस्सा है मुस्लिमों से मुलाकात
गौरतलब है कि मोहन भागवत ने गुरुवार को एक दिल्ली की मस्जिद और मदरसे का दौरा कर ऑल इडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख के साथ बैठक की थी. आरएसएस के ‘सरसंघचालक’ मध्य दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग पर वाके एक मस्जिद में गए और उसके बाद उन्होंने उत्तरी दिल्ली के आजादपुर में मदरसा तजावीदुल कुरान का दौरा किया था. इस दौरान, ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के प्रमुख उमर अहमद इलियासी ने कहा था, ‘‘भागवत के इस दौरे से देशभर में संदेश जाना चाहिए कि भारत को मजबूत बनाने के मकसद को लेकर हम सभी मिलकर काम करना चाहते हैं. हम सभी के लिए राष्ट्र सर्वोपरि है. हमारा डीएनए समान है, सिर्फ हमारा धर्म और इबादत के तौर-तरीके अलग-अलग हैं.’’ मोहन भागवत के दौरे के बाद एक बयान में संघ के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा था कि सरसंघचालक समाज के सभी वर्गों/हिस्सों के लोगों से मिलते रहते हैं. यह संघ के सामान्य संवाद प्रक्रिया का हिस्सा है.
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