Moinabad Mosque Case: हैदराबाद में एक पुरानी मस्जिद तोड़े जाने पर विवाद; दो समुदायों में टकराव के हालात
Moinabad Mosque Case: जमीन हड़पने वालों के जरिए मस्जिद तोड़े जाने के बाद इलाके का माहौल गर्म है. इसके बाद पुलिस ने आदेश दिया है और कहा है कि टूटी हुई मस्जिद के पास कोई इकट्ठा नहीं होगा.
Moinabad Mosque Case: साइबराबाद पुलिस ने आज मोइनाबाद मस्जिद को गिराए जाने की घटना के मद्देनजर लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाने पर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. आदेश के मुताबिक, ये रोक सार्वजनिक शांति में व्यवधान पैदा होने से रोकने और दंगा और मारपीट रोकने के लिए लगाई गई है.
ऑर्डर में क्या लिखा है?
इलाके में पांच या इससे ज्यादा लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाई गई है. ऐसे लोगों को इलाके की सीमा में घुसने से रोका गया है जो उस इलाके में नहीं रहते हैं या जिनका उस इलाके में कोई काम नहीं है. यह आदेश साइबराबाद पुलिस आयुक्तालय के मोइनाबाद पुलिस स्टेशन की सीमा में 30 जुलाई की रात 11 बजे तक लागू रहेगा.
क्या है मामला?
मंगलवार शाम को मोइनाबाद के चिलकुर में उस समय तनाव बढ़ गया जब हिंदुओं का एक ग्रुप इकट्ठा हो गया. चिलकुर गांव के पास भीड़ जमा हो गई, जहां सोमवार, 22 जुलाई को एक मस्जिद को गिरा दिया गया था, जिसके बाद पुलिस ने किसी भी तरह की परेशानी को रोकने के लिए बल तैनात किया गया. मौके पर इकट्ठा हुए मुसलमानों को वहां से चले जाने और दिन के दौरान मस्जिद के पुनर्निर्माण से संबंधित कोई भी काम करने के लिए कहा गया.
जमीन हड़पने वालों ने दिया घटना को अंजाम
टीजी वक्फ बोर्ड के अधिकारी, मुस्लिम नेता और अलग-अलग राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता उस जगह पर डेरा डाले हुए थे, जहां एक दिन पहले मस्जिद-ए-जागीरदार को गिरा दिया गया था. कथित तौर पर जमीन हड़पने वालों ने मस्जिद को गिराया था. इसी के बाद से ही माहौल थोड़ा गर्म देखने को मिल रहा था.
पुलिस ने कही थी ये बात
पुलिस ने कथित तौर पर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और उनमें से कुछ को हिरासत में लिया गया है. नाम न बताने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मस्जिद के पुनर्निर्माण को लेकर स्थानीय हिंदू आबादी में कुछ गलतफहमी थी. उन्होंने कहा, "उनसे बातचीत की गई और वे तितर-बितर हो रहे हैं."