Moosewala Father: दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने अपने दूसरे बेटे के जन्म के बाद भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. पंजाब के मनसा जिले में सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लगभग 22 महीने बाद बलकौर सिंह और उनकी पत्नी चरण कौर ने रविवार को एक बच्चे का स्वागत किया है.


बलकौर सिंह ने ट्विटर पर किया पोस्ट


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ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए  बलकौर सिंह ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार बच्चे की "वैधता" पर परिवार से पूछताछ कर रही है. उन्होंने कहा,"वाहेगुरु के आशीर्वाद के कारण, हमें अपना शुभदीप (सिद्धू मूसेवाला) वापस मिल गया....हालांकि, सरकार सुबह से ही मुझे परेशान कर रही है, मुझसे बच्चे के दस्तावेज़ देने लिए कह रही है. वे यह साबित करने के लिए मुझसे पूछताछ कर रहे हैं कि यह बच्चा लीगल है."


बलकौर ने आगे कहा,"मैं सरकार से, खासकर मुख्यमंत्री भगवंत मान से गुजारिश करना चाहता हूं कि मेरी पत्नी का ईलाज पूरा होने दो. मैं यहीं का हूं और आप मुझे (पूछताछ के लिए) जहां भी बुलाएंगे, मैं आऊंगा...मैं सभी कानूनी दस्तावेज मुहैया कराऊंगा."


अपोज़ीशन ने बोला हमला


राज्य में विपक्षी नेताओं ने सिद्धू मूसेवाला के पिता के आरोपों पर पंजाब सरकार की आलोचना की है. पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने राज्य सरकार से परिवार को परेशान करना बंद करने की गुजारिश की है. वारिंग ने कहा, "भगवंत मान जी आप शायद एकमात्र ऐसे पंजाबी हैं जिन्होंने अभी तक बलकौर सिद्धू जी को उनके नवजात बेटे के जन्म पर बधाई नहीं दी है और अब आपका प्रशासन उन्हें कानूनी बाधाओं से परेशान कर रहा है. आपसे गुजारिश है कि सिद्धू परिवार को परेशान करना बंद करें और उन्हें एक बार खुश होने दें!"


बीजेपी ने भी की आलोचना


बीजेपी के स्पोकपर्सन आरपी सिंह ने एक्स पर लिखा,"सिद्धू मूसेवाला के पिता का बयान सुनना बहुत चौंकाने वाला है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि भगवंत मान का प्रशासन उन्हें बच्चे की वैधता साबित करने के लिए नवजात शिशु के दस्तावेज दिखाने के लिए मजबूर कर रहा है."


बता दें, सिद्धू मूसेवाला की 6 बंदूकधारियों ने हत्या कर दी थी. उनकी मौत 29 मई 2022 को हुई थी, बदमाशों ने उनकी गाड़ी पर फायरिंग की थी. मूसेवाला की हत्या की जांच कर रही एसआईटी ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ और जग्गू भगवानपुरिया सहित 34 आरोपियों के खिलाफ तीन पूरक आरोपपत्रों सहित चार आरोपपत्र दायर किए हैं, जिसमें दावा किया गया है कि हत्या बिश्नोई और बंबीहा गिरोह के बीच प्रतिशोध की हत्याओं की एक सीरीज का हिस्सा थी.