MP News: इंदौर के बीजेपी जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा का बेतुका बयान सामने आया है. उन्होंने नवरात्रि उत्सव के आयोजकों से गुजारिश की है कि वे लोगों को गरबा पंडालों के अंदर जाने से पहले उन्हें "गौमूत्र" पिलाएं. आखिर चिंटू ने ऐसा क्यों कहा? बीजेपी नेता ने इसके पीछे की वजह भी बताई है.


बीजेपी नेता ने ऐसा क्यों कहा?


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पीटीआई की की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी नेता का मानना है कि अगर हिंदू पंडाल में घुसेंगे तो उन्हें गौमूत्र पीने से कोई आपत्ति नहीं होगी. सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने इस बात को कहा है. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा, "हमने आयोजकों से गुजारिश की है कि वे भक्तों को गरबा पंडालों में प्रवेश करने से पहले गोमूत्र से आचमन करने की अनुमति दें."


आधार कार्ड से नहीं, गौमूत्र से होगी पहचान


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस बयान के पीछे के तर्क के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने कहा कि कभी-कभी कुछ लोग इन आयोजनों में शामिल होते हैं, जिससे "कुछ खास चर्चाएं" पैदा होती हैं. उन्होंने आगे कहा,"आधार कार्ड में बदलाव किया जा सकता है. हालांकि, अगर कोई व्यक्ति हिंदू है तो वह गोमूत्र के आचमन के बाद ही गरबा पंडाल में प्रवेश कर सकेगा और इससे इनकार करने का सवाल ही नहीं उठता."


कांग्रेस ने ऐसे दिया जवाब


हालांकि चिंटू के इस बयान की कांग्रेस ने निंदा की है, और इसे ध्रुवीकरण की नई रणनीति करार दिया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता गौशालाओं की दुर्दशा पर चुप हैं और केवल इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने में रुचि रखते हैं.


बीजेपी नेताओं को पिलाया जाए गौमूत्र


उन्होंने कहा, "गौमूत्र आचमन की मांग उठाना भाजपा की ध्रुवीकरण की राजनीति करने की नई चाल है." उन्होंने भाजपा नेताओं से पंडालों में प्रवेश करने से पहले गौमूत्र पीने और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की गुजारिश की है