Katihar News: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मोहन प्रमुख भागवत ( Mohan Bhagwat ) ने भारत की गिरती जनसंख्या चिंता व्यक्त की. उन्होंने नागपुर में आयोजित कथाले कुल सम्मेलन में कहा कि जनसंख्या की गिरावट समाज के लिए चिंता का विषय का है. उन्होंने 'समाज के अस्तित्व' को सुनिश्चित करने के लिए प्रजनन दर में वृद्धि की वकालत की और कहा कि कम से कम तीन बच्चे होने चाहिए. मोहन भागवत के इस टिपप्णी पर सियासी बयान बाजी भी तेज हो गई है. बिहार के कटिहार ( Katihar ) से सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर ( Tariq Anwar ) ने रविवार को  RSS चीफ प्रमुख मोहन भागवत की इस टिप्पणी के लिए आलोचना की.


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दरअसल, नागपुर सम्मेलन में अपने खिताब के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने जनसंख्या के घटते ग्राफ पर चिंता व्यक्त की और प्रजनन दर को 2.1 पर बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कई ऐतिहासिक उदाहरण देते हुए चेतावनी दी कि बदलते वक्त के साथ तालमेल बिठाने में असमर्थता की वजह से समाज और भाषाएं लुप्त हो गई हैं. भागवत ने कहा, "जनसंख्या 2.1 से नीचे नहीं जानी चाहिए. हमारे देश की जनसंख्या नीति 1998 और 2002 के बीच तय की गई थी और किसी भी समाज के जीवित रहने के लिए, उसकी जनसंख्या इस लेवल से नीचे नहीं गिरनी चाहिए."


समाज को बांटने की कोशिश: सांसद
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने मानसिक दिवालियापन का उदाहरण देते हुए भागवत और संघ पर समाज को बांटने की कोशिश करने आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "RSS प्रमुख की यह घृणित बयान समाज की एकता को तोड़ने के मकसद से है. उनका पूरा ध्यान मुल्क को पीछे ले जाने पर है."


संभल हिंसा पर क्या बोले?
कांग्रेस नेता नेराजस्थान असेंबली में 'लव जिहाद' को बैन करने के लिए लाए गए बिल को 'बकवास' करार दिया. उन्होंने कहा, "हिंदू-मुस्लिम को बांटने की BJP की पुरानी नीति रही है." उत्तर प्रदेश के संभल में शाही मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर लोकसभा सदस्य ने कहा, "वहां पर एक गलत शक्ल देने की कोशिश हो रही है. वहां की हकीकत क्या है, यह सभी को पता है."