Bija Mandal Case: अयोध्या, शाही ईदगाह और भोजशाला के बाद अब एक और नया विवाद खड़ा होता दिख रहा है. मध्य प्रदेश के विदिशा में मौजूद बीजा मंडल पर एएसआई की सर्वे रिपोर्ट ने हिंदू पक्ष में खलबली मचा दी थी. अब हिंदू संगठन इसपर विवाद कर रहे हैं. हिन्दू फरीक बीजा मंडल को प्राचीन सूर्य मंदिर बताते है. उनका दावा है कि 1682 में ओरंगजेब ने मंदिर को मस्जिद में कन्वर्ट कर दिया था. बताया जाता है कि नया सांसद भवन विजय मंदिर की तर्ज पर ही बनाया गया है. 


क्या है बीजा मंडल मामला


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जिस बीजा मंडल को काफी वक्त से हिंदू पक्ष एक मंदिर के तौर पर देखा रहा था, उसे एएसआई ने मस्जिद बता दिया है. आज यानी 9 अगस्त को मध्य प्रदेश में नागपंचमी है, और इस मंदिर में हिंदू पक्ष पूजा करता आया है, ऐसे में काफी विवाद होने का अंदेशा है, जिसके मद्देनजर सिक्योरिटी टाइट कर दी गई है. हिंदू संगठनों का कहना है कि वह परिसर का ताला खुलवाना चाहते हैं और पूजा करना चाहते हैं.


हर साल ताला, तो इस बार विवाद क्यों?


बीजा मंडल मामले में कई सालों से विवाद जारी है. लेकिन, इस बार विवाद और बढ़ गया है. क्योंकि हिंदू संगठनों ने ताला खुलवाकर परिसर के अंदर जाकर पूजा करने की मांग की है. वहीं जिला प्रशासन ने इसकी इजाजत देने से मना कर दिया है. भारतीय पुरातत्व विभाग के जरिए परिसर को मस्जिद बताए जाने के बाद कई संगठन इस पर हंगामा कर रहे हैं, बीजेपी नेता इस पर आपत्ति जता रहे हैं. भारी विरोध के चलते सिक्योरिटी फोर्स को कैंपस के बाहर तैनात किया गया है. भाजपा विधायक ने कहा कि कलेक्टर ने अपने पत्र में मस्जिद का जिक्र किया है उससे मेरी और हिंदुओं की भावना हाथ आहत हुई है.


मस्जिद के तौर पर दर्ज है साइट


ज़िला प्रशासन का कहना है कि बीजा मंडल पुरातव विभाग के अंतर्गत आता है, और बीजा मंडल मस्जिद के तौर पर पुरात्व विभाग में दर्ज है. हालांकि, हिंदू संगठन इसका विरोध कर रहे हैं और इसमें पूजा करने की मांग कर रहे हैं.


हिंदू संगठन ने क्या कहा?


इस मसले में बीजेपी विधायक मुकेश टंडन ने ज़िला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है और ताले खुलवाने की इजाजत मांगी है. विधायक का कहना है कि उन्होंने पुरातत्व विभाग के अधिकारियों से इस मसले पर बात की है और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने कहा कि मैंने विभाग से बीजा मंडल का दोबारा सर्वे करने की बात की है, जिससे मस्जिद शब्द गायब हो जाए. क्योंकि वहां की मूर्तियां मंदिर का खुद प्रमाण देती हैं. भाजपा विधायक मुकेश टंडन ने खुले तौर पर धमकी देते हुए कहा है कि अब यहां कहा पूजन भी होगी और दंगल भी होगा.