Muharram 2022: मोहर्रम में `या हुसैन` की सदाओं के साथ अंगारों पर नंगे पैर मातम करते नजर आए अकीदतमंद
Muharram 2022: भारत में मुहर्रम का आगाज़ 31 जुलाई को हुआ था, इसलिए आशूरा 09 अगस्त दिन मंगलवार को है.
लखनऊ: पैग़म्बर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन की याद में मनाया जाने वाला मोहर्रम अक़ीदतो अहतराम के साथ मुल्क भर में मनाया जा रहा है. इमाम हुसैन के चाहने वाले अलग अलग अंदाज़ से इमाम हुसैन को याद कर रहे हैं. जिसके चलते लखनऊ के इतेहासिक बड़े इमामबाड़े में दहकती आग पर लोगो ने नंगे पांव चल कर आग का मातम किया.
या हुसैन की सदाओं के साथ हुआ मातम
इमाम हुसैन से अक़ीदत रखने वाले लोगों ने इमाम हुसैन और कर्बला के शहीदों को याद करते हुए दहकते अंगारो पर या हुसैन की सदाओं के साथ नंगे पांव चल कर मातम किया. इस मातम में हर उम्र के लोग शामिल हुए, यहां तक कि कुछ छोटे बच्चों ने भी नंगे पांव हाथों में अलम लेकर आग का मातम किया और अश्कबार होकर इमाम हुसैन को पुरसा पेश किया.
निकला मेहंदी का जुलूस
मोहर्रम की 7 तारीख काफी अहम होती है. क्योंकि साथ मोहर्रम को इमाम हुसैन के बड़े भाई इमाम हसन के बेटे जनाबे कासिम की शहादत मनाई जाती है. इस मौके पर लखनऊ में हुसैनाबाद ट्रस्ट की ओर से एक बड़ा इतेहासिक जुलूस निकाला जाता है, जिसमें हाथी घोड़े ऊंट शहनाई निकालकर जनाबे कासिम की याद का दिल सोज़ मंज़र पेश किया जाता है. यह ऐतिहासिक मेहंदी का जुलूस बड़े इमामबाड़े से देर शाम छोटे इमामबाड़े तक पूरी शान शौकत के निकाला गया.
ये भी पढ़ें: Muharram: मोहर्रम पर लगी इंटरनेशनल प्रदर्शनी, तस्वीरें देख छलक पड़ेंगे आंसू
भारत में कब है आशूरा?
गौरतलब है कि भारत में मुहर्रम का आगाज़ 31 जुलाई को हुआ था, इसलिए आशूरा 09 अगस्त दिन मंगलवार को है. पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी आशूरा 09 अगस्त को ही है. वहीं सऊदी अरब, ओमान, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, इराक, बहरीन और अन्य अरब देशों में मुहर्रम का प्रारंभ 30 जुलाई से हुआ था, इसलिए वहां पर आशूरा 08 अगस्त दिन सोमवार को है.
ये वीडिये भी देखिए: Azadi Ka Amrit Mahotsav: पेशावर में जन्मा था एक मुजाहिद, जिसे मिला गांधी का नाम