Himanta Biswa Sarma on Muslim: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को बांग्लादेश के मुसलमानों पर बड़ा इल्जाम लगाया है. सरमा ने कहा क‍ि बांग्लादेश से भारत आने वाले लोग मुस्लिम समुदाय से हैं, जबकि हिंदू बांग्लादेश में संघर्ष कर रहे हैं. पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हिंदू संघर्ष कर रहे हैं, और वहीं पर रुके हुए हैं. पिछले एक महीने में एक भी हिंदू घुसपैठ करते पकड़ा नहीं गया, जबक‍ि कई मुस्लिम इस कोशिश में पकड़े गए."


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मुस्लिमों पर घुसपैठा इल्जाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि बांग्लादेश से आ रहे घुसपैठियों को लेकर मैं ट्वीट भी कर रहा हूं. बांग्लादेश के हिंदू परिवार सिर्फ भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं, वो वहीं पर हैं. का इल्जाम है कि जो घुसपैठ हो रही है, वो दूसरे समुदाय के लोग कर रहे हैं. उन्होंने बताया, जब से पड़ोसी मुल्क के सियासी हालात बदले हैं, हम उस पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. हमें पता चला है कि जो भी मुस्लिम घुसपैठिए आ रहे हैं, वो असम के लिए नहीं, बल्कि बेंगलुरु और तमिलनाडु के लिए आ रहे हैं. वो सभी असम का एक कॉरिडोर की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं.


नहीं आए हिंदू
मुख्यमंत्री ने कहा क‍ि हिंदू वहां लड़ रहे हैं और जितने हिंदुओं को आना था, वो सभी बंटवारे के समय ही भारत आ गए थे. जो उस वक्त पर नहीं आए, उन्होंने ये सोच कर फैसला लिया कि बांग्लादेश उनका जन्म स्थान है. इसलिए हमे बांग्लादेश के हिंदुओं की इज्जत करनी चाहिए. हिमंत बिस्वा सरमा ने साफ किया कि बांग्लादेश में कपड़े की फैक्‍टरी बंद होने पर बांग्लादेशी घुसपैठिए नौकरी के लिए तमिलनाडु जाना चाहते हैं. 


क्या है मामला?
ख्याल रहे कि बांग्लादेश में बीते दिनों रिजर्वेशन को लेकर भयानक हिंसा हुई. इस हिंसा में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. इसके बाद बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ा. इसके बाद यहां हिंदू समुदाय पर हमले की खबरें आईं. बताया जा रहा है कि भारत सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए सरकार नजर रख रही है.