मुस्लिम बच्चों ने बनाई भारत की पहली AI रोबोट टीचर; हर सब्जेक्ट में है माहिर
AI Teacher: केरल के त्रिवुनंतपुरम में मौजूद एक स्कूल में भारत की पहली AI रोबोट टीचर बनाई गई है. इस मुस्लिम स्टूडेंट्स ने बनाया है. इससे बच्चे पढ़ कर बहुत खुश हो रहे हैं.
AI Teacher: आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ने कई चीजें आसान की हैं. इसने काम करने के तरीके को बदला है. अब यह पढ़ाई के तरीके को भी बदल रहा है. केरल के त्रिवनंतपुरम में मौजूद कड़वाइल थंगल चैरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से केटीसीटी हायर सेकंड्री स्कूल में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाई गई एक रोबोट टीचर है. इसका नाम आइरिस है. यह बिल्कुल महिला टीचर की तरह लगती है. बच्चे आइरिस से जो भी सवाल पूछते हैं वह इसका बखूबी जवाब देती है. इसे स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों आदित्यन, मोहम्मद मुबारक, मोहम्मद इलियास, अभिजीत और आलिया ने. ये स्टूडेंट आठवीं और नौवीं क्लास में पढ़ते हैं.
कैसे करती है काम?
आइरिस चार्जिंग के बदौल काम करती. इनकी हाथ, पैर और गर्दन की मूमेंट को ब्लूटूथ से कंट्रोल किया जाता है. आइरिस रोबो किसी भी सवाल का जवाब 40 शब्दों में देती है. आईरिस अंग्रेजी, मलयालम और हिंदी में बात कर सकती है. टीचर का कहना है कि आइरिस फरवरी से काम कर रही है. यह फुल टाइम टीचर नहीं है क्योंकि इसमें इंसानों वाली बात नहीं है. ये दूसरे टीटर्स को असिस्ट करती है.
बच्चों को आ रहा मजा
बच्चे बताते हैं कि आमतौर पर टीचर एक स्पेसिफिक सब्जेक्ट का जवाब देते हैं जैसे, फिजिक्स का टाचर फिजिक्स का जवाब देता है, जीव विज्ञान का टीचर जीव विज्ञान का जवाब देता है, लेकिन आइरिस के साथ ऐसा नहीं है. वह हर विषय का जवाब देती है. वह कभी भी नहीं थकती. आइरिस से पढ़ने में बच्चे अच्छा महसूस कर रहे हैं. आईरिस साड़ी पहने स्कूल में इधर-उधर घूमते नजर आ जाती है. बच्चे आइरिस को देखकर रोमांचित हो रहे हैं.
रोबोट के काम
विदेशों में AI की मदद से कई रोबोट बनाए गए हैं जो कई काम करते हैं. कई रोबोट को होटलों और रेस्त्रां में खाना परोसते देखा होगा. लेकिन कोई रोबोट बतौर टीचर बच्चों को पढ़ा रहा हो यह बहुत ही कम देखा होगा.