Kerala CM Pinarayi Vijayan: चुनावी मौसम की हलचल के बीच केरल के सीएम पिनराई विजयन ने 'भारत माता की जय' नारे को लेकर बयान दिया है. चुनावी गहमागहमी को देखते हुए उनका यह बयान नए विवाद का कारण बन सकता है. दरअसल, मलप्पुरम की रैली में अवाम को खिताब करते हुए सीएम ने दावा किया कि 'भारत माता की जय' और 'जय हिंद' के नारे सबसे पहले दो मुसलमानों ने लगाए थे. उन्होंने दावा किया कि संघ कुनबे को यह जानकारी है कि नारा लगाने वाले पहले सख्स का नाम अजीमुल्ला खान था.  साथ ही सीएम ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि, आबिद हसन नाम के एक पुराने राजनयिक ने सबसे पहले 'जय हिंद' का नारा बुलंद किया था.


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सीएम ने आरएसएस-बीजेपी पर बोला हमला
सीएम ने RSS और BJP पर हमला करते हुए सवाल दागा कि क्या इस हकीकत को जानने के बाद संघ परिवार इन नारों से किनारा करते हुए नारे लगाना बंद कर देगा? सोमवार को केरल के वजीरे आला विजयन CAA के खिलाफ सीपीआई की तरफ से आयोजित रैली को खिताब कर रहे थे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि, देश के मुसलमानों को पाकिस्तान भेजने की बात करने वालों को हिन्दुस्तान के इतिहास के बारे में जानने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि मुगल बादशाह शाहजहां के बेटे दारा शिकोह ने संस्कृत में लिखे गए 50 से ज्यादा उपनिषदों का फारसी में तर्जुमा कराया, जिससे भारतीय ग्रंथों को दुनिया भर में पहुंचाने में सहायता मिली थी.


केरल में दूसरे चरण में वोटिंग
सीएम ने कहा कि, देश के स्वतंत्रता आंदोलन में मुसलमानों ने कंधा से कंधा आजादी का नारा लगाया. देश को आजाद करने में मुसलमानों के योगदान को बुलाया नहीं जा सकता. बता दें कि, केरल का मलप्पुरम में मुसलमानों की सबसे ज्यादा तादाद मौजूद है. इस जिले की आबादी में 72.4 फीसद हिस्सेदारी मुस्लिम तबके की है. बता दें कि, केरल की सभी 20 सीटों पर दूसरे फेज यानि 26 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. 2019 के लोकसभा इलेक्शन में UPA ने 19 सीटों पर कामयाबी हासिल की थी. राहुल गांधी वायनाड सीट से रिकॉर्ड वोटों से कामयाब हुए थे.