UP के थाने में जिन मुस्लिम युवकों की पुलिस ने की थी पिटाई; कोर्ट ने सभी को किया रिहा
नुपुर शर्मा के बयान के खिलाफ विरोध- प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने गलत तरीके से इन नौजवानों को पकड़कर थाने लाने के बाद उनकी पिटाई की थी.
सहारनपुरः उत्तर प्रदेश के सहारनपुर की एक अदालत ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी की मुअत्तल पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा की विवादित बयान के विरोध में प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए आठ युवकों के मुकदमे को खारिज करते हुए उनकी रिहाई का आदेश दिया है. अदालत के हुक्म के बाद आठों युवक जिला कारागार से रिहा कर दिए गए हैं. पुलिस अधीक्षक (नगर) राजेश कुमार ने सोमवार को कोर्ट से मुकदमों के खारिज किए जाने की तस्दीक की है.
कोर्ट ने पुलिस को लगाई फटकार
सहारनपुर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) अनिल कुमार ने जुमे की नमाज के बाद हुए प्रदर्शन में 10 जून को गिरफ्तार किए गए आठ मुस्लिम नौजवानों पर दर्ज मुकदमे को खारिज किए जाने का आदेश पास किया और पुलिस को फटकार लगाई. नुपुर शर्मा के बयान के विरोध में सहारनपुर में 10 जून को प्रदर्शन में पुलिस ने 80 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था.
शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे युवा
इस मामले में आठ नौजवानों की तरफ से वकील मोहम्मद अली, मोहम्मद हमजा और शादान शाह पेश हुए. वकीलों ने बताया कि जो आठ नौजवान रिहा किए गए हैं, उनमें मोहम्मद अली, अब्दुल समद, कैफ अंसारी, महराज, आसिफ, सुभान, फुरकान और गुलफाम हैं. युवकों ने इल्जाम लगाया कि पुलिस द्वारा उन्हें बेवजह गिरफ्तार किया गया था. अधिवक्ता अली ने इल्जाम लगाया कि 10 जून को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे युवाओं के खिलाफ पुलिस ने गलत तरीके से कार्रवाई करते हुए आठों बेकसूर नौजवानों को न सिर्फ जेल भेजा बल्कि उनकी निर्ममता पूर्वक पिटाई भी की थी. उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
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