Muzaffarnagar: तंबाकू न देने पर टीचर के कत्ल का मामला; बढ़ाई गई आरोपी की न्यायिक हिरासत
Muzaffarnagar News: 17 और 18 मार्च की दरमियानी रात तंबाकू न देने पर सिपाही ने सरकारी असलहे से टीचर पर फायरिंग करके उसे मौत के घाट उतार दिया था. इस मामले में मुजफ्फरनगर की एक अदालत ने टीचर के कत्ल मामले में आरोपी पुलिसकर्मी की न्यायिक हिरासत को 15 अप्रैल तक बढ़ा दिया है.
Muzaffarnagar Teacher Murder Case Update: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की एक अदालत ने टीचर के कत्ल मामले में आरोपी पुलिसकर्मी की न्यायिक हिरासत को 15 अप्रैल तक बढ़ा दिया है. एक शासकीय अधिवक्ता ने सोमवार को यह जानकारी दी. सरकारी वकील नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (ACJM) विष्णु पांडेय ने सोमवार को मुजफ्फरनगर में टीचर धर्मेंद्र कुमार के कत्ल के मामले में आरोपी की न्यायिक हिरासत 15 अप्रैल तक बढ़ा दी. उन्होंने बताया कि मुल्जिम चंद्रप्रकाश की जेल में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए से पेशी हुई और उसकी न्यायिक हिरासत 15 अप्रैल तक बढ़ा दी गई.
17 और 18 मार्च की दरमियानी रात की है घटना
मामले के अहम मुल्जिम आरक्षी चंद्रप्रकाश ने टीचर का अपने सरकारी असलहे से 17 मार्च को कत्ल कर दिया था. वकील के अनुसार, टीचर धर्मेंद्र कुमार शिक्षकों के एक ग्रुप के साथ वाराणसी से यहां एस डी इंटर कॉलेज में उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं लेकर आए थे. ग्रुप में एक अन्य टीचर और दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल थे और उनके साथ वाराणसी की एक पुलिस टीम भी थी. वकील ने बताया कि 17 मार्च की रात जब यह घटना हुई, तब शिक्षा विभाग और वाराणसी पुलिस की टीम एक गाड़ी में कॉलेज का गेट खुलने का इंतजार कर रही थी.
तंबाकू को लेकर हो गई थी बहस
जब वे गाड़ी में थे तो टीचर की पुलिसकर्मी चंद्र प्रकाश से तंबाकू को लेकर बहस हो गई, जिसके बाद चंद्र प्रकाश ने अपने सर्विस हथियार से टीचर पर गोली चला दी. जख्मी हालत में टीचर को जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मुर्दा करार दे दिया गया. बाद में पुलिस ने मुल्जिम पुलिस अहलकार को गिरफ्तार कर लिया. एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने इस सिलसिले में जानकारी देते हुए बताया था, 17 और 18 मार्च की दरमियानी रात में सिविल लाइन पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि, एसडी इंटर कॉलेज के सामने एक धर्मेंद्र नामक नौजवान को गोली लगी है, इस सूचना पर थाना पुलिस द्वारा फौरी तौर पर मौके पर पहुंचकर जानकारी ली गई थी.