NC Leader Farooq Abdullah: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फ़ारूक़ अब्दुल्ला एक बार फिर बीजेपी पर हमलावर नज़र आए. उन्होंने अपोज़िशन को एकजुट होने की हिदायत दी. फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि अगर अपोज़िशन पार्टियों को बीजेपी के ख़िलाफ़ चुनाव जीतना है तो उन्हें एकजुटता का प्रदर्शन करना होगा. श्रीनगर से लोकसभा सदस्य अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि चर्चा चल रही है और मैं एकता के मोर्चे पर (राष्ट्रीय स्तर पर) अच्छे परिणाम देख सकता हूं". अब्दुल्ला ने अनंतनाग ज़िले के लारनू में पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कहा, "गठबंधन ही एकमात्र ऐसी चीज़ है जो हमें एकजुट करेगी.


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एनसी अध्यक्ष ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा "हम व्यक्तिगत रूप से नहीं लड़ सकते, इसलिए नेशनल लेवल पर विपक्षी दल भी एकजुट होने के तरीक़े तलाश करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि हम इलेक्शन में कामयाब हो सकें. बता दें कि फ़ारूक़ अब्दुल्ला एक शोकसभा में शिरकत करने लारनू आए थे. वहीं उन्होंने पाठ्यपुस्तकों से मुग़लों से संबंधित कुछ हिस्सों को हटाने के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इतिहास को मिटाया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा, " शाहजहां, औरंगज़ेब, अकबर, बाबर, हुमायूं और जहांगीर को कैसे भूलेंगे? उन्होंने 800 बरस तक शासन किया, किसी भी हिंदू, मुस्लिम, सिख या ईसाई को डर नहीं लगा.


 


फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, अब जब ताजमहल दिखाएंगे, तो क्या कहेंगे कि इसे किसने बनवाया? वे फ़तेहपुर सीकरी के बारे में क्या कहेंगे, जहां मुग़ल साम्राज्य की राजधानी दिल्ली से पहले थी? वे हुमायूं के मक़बरे और लाल क़िले को कैसे छिपाएंगे? नेशनल कॉन्फ्रेंस के लीडर ने कहा, "वे अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं, इतिहास नहीं बदलेगा. हम नहीं रहेंगे, लेकिन इतिहास रहेगा". वहीं दूसरी ओर चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के कुछ गांवों का नाम बदलने पर अब्दुल्ला ने कहा कि भारत उस दावे को मानने को तैयार नहीं है जो चीन ने पहले भी किया था.


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