NEET: बुखार उतारने के लिए कोटा के छात्र ने खाईं 20 टेबलेट्स, दोस्त ने किया बड़ा खुलासा
NEET: कोटा में एक छात्र ने बुखार कम करने के लिए 20 गोलियां गटक लीं. छात्र बिहार का रहने वाला है और 2 सालों से मेडिकल की तैयारी कर रहा है. इस मामले में उसके दोस्त ने अहम जानकारी दी है.
NEET: कोटा से आत्महत्या के काफी मामले सामने आते रहते हैं. अब एक और मामला सामने आया है. जहां मेडिकल की तैयारी कर रहे एक 23 वर्षीय छात्र ने बुखार की 15-20 टेबलेट्स गटक लीं. ऐसा कहा जा रहा है कि उसने ये कदम बुखार कम करने के लिए उठाया है. हालांकि इस मामले में उसके दोस्त का कुछ और कहना है. डीएसपी केएस राठौड़ ने कहा है कि लड़के का नाम गुलशन राजपूत है जो बिहार के खगड़िया जिले का रहने वाला है. उन्होंने बताया छात्र को तेज बुखार था, इसी कारण उसने इतनी गोलियां खाई हैं. ये कदम उसने गलती से उठाया गया है.
डिप्रेशन में है लड़का
हालांकि इस मामले में गुलशन के दोस्त सरवेश का कुछ और कहना है. सरवेश भी बिहार से ताल्लुक रखते हैं और कोटा में मेडिकल की तैयारी कर रहे हैं. उनका कहना है कि गुलशन काफी वक्त से डिप्रेस है. वह कोचिंग इंस्टीट्यूट में होने वाले रेग्युलर टेस्ट में अच्छा स्कोर नहीं कर पा रहा है. इसी बात से वह काफी वक्त से परेशान है. जानकारी के लिए बता दें कोचिंग इंस्टीट्यूट्स में स्टूडेंट्स का इवैल्यूएशन करने के लिए हफ्ते और एक महीने में टेस्ट कराए जाते हैं.
अस्पताल में भर्ती है गुलशन
गुलशन की हालत बिगड़ने पर उसे इलाके के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया. वह पिछले 2 साल से नीट एग्जाम (NEET Exam) की तैयारी कर रहा है और कुन्हाडी इलाके में रह रहा है. अस्पताल के मेडिकल स्टाफ ने जानकारी दी है कि गुलशन ने तकरीबन 20 'डोलो 625' (दवाई का नाम) टेबलेट्स खाई थीं. उसे मंगलवार रात अस्पताल लाया गया था. डॉक्टर ने बताया कि उसकी कंडीशन अब नॉर्मल है और वह खतरे से बाहर है.
छात्र ने कही ये बात
डीएसपी ने जानकारी दी कि छात्र ने इस बात से इंकार किया है कि उसने सुसाइड करने की कोशिश की या फिर वह डिप्रेशन में है. इस मामले में तफ्तीश की जा रही है. ज्ञात हो कि पिछले कुछ वक्त में कोटा से कई आत्महत्या के मामले सामने आ चुके हैं. अगस्त के महीने के शुरुआती हफ्ते में 2 छात्रों ने अत्महत्या की थी. एक रिपोर्ट के मुताबिक कोटा में इस साल औसतन हर महीने तीन सुसाइड हुई हैं. 2023 में सुसाइड के 20 मामले सामने आ चुके हैं.