NEET Paper Leak Row: बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने गुरुवार को दावा किया कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के सहयोगी कथित पेपर लीक और नीट-यूजी 2024 विवाद की गड़बड़ी से जुड़े हैं. सिन्हा के इस बयान के बाद सियासत गर्मा गई है.


क्या बोले उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा


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एक प्रेस वार्ता में सिन्हा ने दावा किया कि तेजस्वी यादव के सहयोगी प्रीतम कुमार ने बिहार सड़क निर्माण विभाग (आरसीडी) के एक कर्मचारी को फोन कर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के लिए कमरा बुक करने को कहा था, जिसने पहले प्रवेश परीक्षा विवाद में एक 'मंत्री जी' की कथित संलिप्तता का खुलासा किया था. सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने दावा किया कि उन्होंने अपने भतीजे अनुराग यादव, जो NEET परीक्षा में शामिल होने वाला है, उसकी मां और अन्य साथियों को पटना में सरकारी बंगले में रहने की सलाह दी थी. अनुराग यादव फिलहाल परीक्षा में अनियमितताओं के मामले में जेल में है.


सिन्हा ने किया बड़ा दावा


विजय कुमार सिन्हा ने दावा किया कि उन्होंने इस मामले में विभागीय जांच की और पाया कि प्रीतम कुमार ने प्रदीप नामक आरसीडी कर्मचारी को 1 मई को बिहार एनएचएआई के गेस्ट हाउस में कमरा बुक करने के लिए बुलाया था. बिहार के उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि प्रीतम कुमार के जरिए प्रदीप को किए गए कॉल डिटेल मौजूद हैं. सिन्हा ने कहा, "मैं इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करता हूं. वे सत्ता से बाहर हैं, लेकिन लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खेलना चाहते हैं."


एनएचआई ने क्या कहा?


उन्होंने आगे बताया कि कमरा बुकिंग के मामले में उन्होंने प्रदीप समेत सड़क निर्माण विभाग के तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है. हालांकि, बिहार एनएचएआई ने आरोपियों के उनके गेस्ट हाउस में ठहरने की खबरों को खारिज करते हुए एक बयान में कहा कि उनके पास "पटना में कोई गेस्ट हाउस की सुविधा नहीं है".


बयान में कहा गया है,"प्रेस के कुछ वर्गों ने रिपोर्ट की है कि NEET पेपर लीक मामले से संबंधित आरोपी पटना में NHAI के गेस्ट हाउस में रुके थे. NHAI यह स्पष्ट करना चाहता है कि NHAI के पास पटना में कोई गेस्ट हाउस की सुविधा नहीं है."