New Delhi: नितिन भटनागर की गिरफ्तारी; क्या है मामला और क्यों विदेश भाग रहा था आरोपी?
New Delhi: नितिन भटनागर मुबैयना तौर पर एक निजी बैंकर और एलिंगटन प्रॉपर्टीज के संस्थापक हैं. ED ने अगस्ता वेस्टलैंड VVIP चॉपर घोटाले के सिलसिले में भटनागर को गिरफ्तार किया है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
New Delhi: ED ने अगस्ता वेस्टलैंड VVIP चॉपर घोटाले के सिलसिले में मुख्य आरोपियों में से एक नितिन भटनागर को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी है. भटनागर मुबैयना तौर पर एक निजी बैंकर और एलिंगटन प्रॉपर्टीज के संस्थापक हैं. उन पर सह-अभियुक्तों के लिए हवाला लेनदेन करने का आरोप है. हालांकि, ED ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है. लेकिन सूत्रों ने कहा, "जब उन्होंने उसे इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया तो वह विदेश भागने की कोशिश कर रहा था."
ED को उसकी 10 दिन की कस्टडी रिमांड मिल गई है. भटनागर का संबंध रतुल पुरी और राजीव सक्सेना से है. मंगलवार को ED ने उसे विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया. दलीलों के दौरान ईडी की ओर से कहा गया, "मामले की जांच के उद्देश्य से उसकी हिरासत में पूछताछ जरूरी है." आगे ईडी ने कहा, "आरोपियों का सामना भारी दस्तावेजों और रिकॉर्ड से कराया गया."
आरोपी की ओर से पेश वकील ने ईडी का विरोध करते हुए कहा था कि उनके मुवक्किल से कुछ भी पूछताछ करने की जरूरत नहीं है. क्योंकि मुवक्किल से ईडी पहले ही कई मौकों पर विस्तार से पूछताछ कर चुकी है.
आईएएनएस न्यूज एजेंसी के मुताबिक आदेश में कहा गया है कि ऐसा मालूम होता है कि 2012 में प्रिस्टिन रिवर इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के नाम से एक बैंक खाता बैंक ऑफ सिंगापुर में खोला गया था और नितिन भटनागर ने रिलेशनशिप मैनेजर होने के नाते इसकी सुविधा प्रदान की थी. उस वक्त कंपनी का मालिकाना हक सवाना ट्रस्ट के पास था. जिसमें रतुल पुरी सेटलर थे. जबकि जॉन डॉचेर्टी और मिलन मोर्जारिया संरक्षक थे.
इसमें आगे लिखा है, कथित रूप से यह रकम सह-अभियुक्त राजीव सक्सेना के अपराध की कमाई है. इसके बाद विशेष पीएमएलए अदालत ने ईडी को भटनागर की 10 दिन की हिरासत दी थी. ईडी अब उनसे इस मामले से जुड़े डिजिटल उपकरणों, दस्तावेजों और अन्य रिकॉर्डों के बारे में पूछताछ करेगी.
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