Tamil Nadu News: NIA ने चरमपंथी इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर की जांच के तहत आज यानी 30 जून की तड़के सुबह तमिलनाडु में 10 स्थानों पर छापेमारी की. न्यूज एजेंसी एएनआई ने घटनाक्रम से अवगत लोगों के हवाले से बताया, "छापेमारी अभी भी जारी है."


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साल 2021 में हुई थी गिरफ्तारी
मदुरै हिज्ब-उत-तहरीर मॉड्यूल मामले से संबंधित तमिलनाडु में मुख्तलिफ स्थानों पर तलाशी लेने के बाद एनआईए के जरिए 2021 में एक शख्स को गिरफ्तार किए जाने के बाद यह छापेमारी की गई है. यह मामला, जो शुरू में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 13(1)(बी) के कई आरोपों के तहत दर्ज किया गया था, मदुरै शहर के थिदर नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था.


साल 2022 में दायर हुआ था आरोप पत्र
मुख्य संदिग्ध मोहम्मद इकबाल ने कथित तौर पर अपने फेसबुक अकाउंट, "थुंगा विझिगल रेंडू इज इन काजीमार स्ट्रीट" का इस्तेमाल एक विशेष समुदाय को बदनाम करने वाली सामग्री पोस्ट करने के लिए किया, जिससे विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा हुआ. मार्च 2022 में, NIA ने दो आरोपियों - तिरुवरुर जिले के मन्नारगुडी निवासी बावा बहरुदीन उर्फ ​​मन्नाई बावा और तंजावुर जिले के कुंभकोणम निवासी जियावुद्दीन बाकवी के खिलाफ एक पूरक आरोप पत्र दायर किया था.


कट्टरपंथ का लगा है आरोप
NIA के जांच से पता चला कि आरोपी व्यक्ति हिज्ब-उत-तहरीर के सदस्य थे. वे कथित तौर पर एक इस्लामिक राज्य की स्थापना करने और कट्टरपंथी इस्लामी उपदेशक, हिज्ब-उत-तहरीर के संस्थापक, तकी अल-दीन अल-नभानी के जरिए लिखे गए एक मसौदा संविधान को लागू करने के लिए भोले-भाले नौजवानों को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने में लगे हुए थे.