Jamia Nagar News: NIA ने मानव तस्करी और साइबर दासता नेटवर्क मामले की जांच के तहत दिल्ली के जामिया नगर में हाल ही में गिरफ्तार किए गए एक मुल्जिम के घर पर तलाशी ली है, एजेंसी ने आज यानी 5 दिसंबर को यह जानकारी दी. शनिवार को की गई तलाशी में डिजिटल डिवाइस (मोबाइल फोन या टैबलेट) और कई बैंकों के डेबिट कार्ड, पासबुक और चेक बुक सहित आपत्तिजनक वित्तीय दस्तावेज जब्त किए गए.


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NIA ने क्या कहा?
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बयान में कहा कि यह मामला कामरान हैदर और दूसरे आरोपी व्यक्तियों द्वारा आपराधिक साजिश से जुड़ा है, जो कमजोर भारतीय नौजवानों को लाओ पीडीआर के गोल्डन ट्राइंगल क्षेत्र में भेजने में लगे हुए थे. इसमें कहा गया है कि रैकेट के पीड़ितों को यूरोपीय और अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाकर लाओ पीडीआर में साइबर घोटाले करने के लिए मजबूर किया गया था. 


हैदर ही है मास्टरमाइंड
अब तक की जांच से पता चला है कि हैदर ने पूरे ऑपरेशन में मदद की थी और वह उन पीड़ितों से क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट के जरिए पैसे ऐंठने में भी शामिल था, जो चीनी घोटालेबाजों के चंगुल से भागने की कोशिश कर रहे थे.


NIA की जांच जारी
जांच में यह भी पता चला है कि कामरान हैदर ने पूरे ऑपरेशन में मदद की और इस चीनी साइबर अपराधी गिरोह के चंगुल से भागने की कोशिश करने वाले पीड़ितों से क्रिप्टो करेंसी वॉलेट के जरिए पैसे वसूले. एनआईए ने अब तक इस मामले में कई अहम सुराग जुटाए हैं और आगे की जांच जारी है. एजेंसी का मानना ​​है कि यह नेटवर्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करता है और इसमें कई बड़े नाम शामिल हो सकते हैं.


इन मामलों में सख्त है NIA
एनआईए की यह छापेमारी मानव तस्करी और साइबर अपराधों के खिलाफ भारत के सख्त रुख को दर्शाती है. एजेंसी जल्द ही इस मामले में और खुलासे कर सकती है, जो अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराध और मानव तस्करी नेटवर्क के लिए बड़ा झटका साबित होगा.