Bihar news: बिहार में नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) की सरकार में कैबिनेट विस्तार हो रहा है. मंत्री पद से कुछ दिन पहले पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ( Jitanram Manjhi ) के बेटे संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद. इस पद पर सोनवर्षा ( Sonvarsha Legislative Assembly ) सुरक्षित सीट से लगातार तीन बार विधायक रत्नेश सदा ( Ratnesh sada ) को मंत्री पद की शपथ लेंगे. रत्नेश सदा एक अच्छा नेता और वक्ता बिहार में माने जाते हैं.


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शपथ में रहेंगे शामिल
बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ( Rajendra Vishwanath Arlekar ) ने रत्नेश सदा को और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे. सदा के शपथ में बिहार के मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ( Tejasvi Yadav ) समेत महागठबंधन के बड़े नेता मौजूद रहेंगे.


रत्नेश सदा ने निभाया है पार्टी में अहम जिम्मेदारी
रत्नेश सदा सामाजिक कार्यकर्ता और सक्रिय नेता है. इसका प्रभाव बिहार में छोटे जातियों के बीच है. सदा ने अपना छवि से लगातार तीन बार विधायक बने. और ये नीतीश के पार्टी में अलग अलग पदों पर जिम्मेदारी निभा चुके हैं. वर्तमान में ये  जेडीयू के महादलित प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष हैं. राजनीति में आने से पहले रत्नेश सदा रिक्शा चलाते थे. सदा ने अपना राजनीतिक सफर 1987 में शुरु किया. और उन्होंने राजनीति अपनी कड़ी मेहनत से पार्टी में एक अलग पहचान बनाई और मंत्री तक का सफर किया.


सदा काम की वजह से रहते हैं चर्चा में 
रत्नेश सदा का उम्र 49 वर्ष है और इन्होंने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है. सदा के चुनाव आयोग में दिये हलफनामे के अनुसार सदा को तीन बेटे और दो बेटियां है.और इसके संपत्ति की बात करें तो 1.30 करोड़ की चल अचल संपत्ति के ये मालिक हैं. सदा दलित समाज के उत्थान के लिए हर संभव प्रयासरत रहते हैं. वो हमेशा अपने काम की वजह से चर्चा में रहते हैं. 


इसी वजह से रत्नेश सदा को नीतीश कैबिनेट में जगह मिला है. और नीतीश कैबिनेट में उन्हें दलित चेहरे के वजह से जगह मिली है.रत्नेश सदा कबीर पंथ को मानते हैं जिसके वजह से उसे सुनने के लिए काफी संख्यां में आते हैं. इस पथ को मानने वालों में सदा की काफी पहचान है.