Nitish Kumar Trolled for Bowing before Modi:  सियासत में कुछ भी स्थाई नहीं होता है. सत्ता के लिए दोस्त दुश्मन और दुश्मन को दोस्त बनाया जा सकता है. भारतीय राजनीती में नितीश कुमार से बढकर कोई दूसरा आदमी इसकी मिसाल नहीं हो सकता है, जो अपने धुर- विरोधी लालू यादव की पार्टी और भाजपा, दोनों के साथ बारी-बारी से सरकार बनाते रहे हैं.  


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वो खुद को तो लालू के समक्ष मानते रहे हैं, लेकिन नरेन्द्र मोदी को हमेशा अपना जूनियर नेता मानते रहे हैं. पहली बार 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी को प्रधानमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करने पर भाजपा से नाराज होकर नितीश कुमार NDA से अलग हो गए थे. उसके बाद वो कई बार पाला बदल चुके हैं.. लेकिन शुक्रवार को दिल्ली में भाजपा संसदीय दल की बैठक में जो हुआ, उसे देख लोगों की आँखें फटी रह गई! लोग नितीश कुमार के इस व्यवहार को देखकर हैरत में पड़ गए.. और उनकी आलोचना तक करने लगे हैं. 


 केंद्र में नई सरकार के गठन से पहले संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही एनडीए (NDA) के सभी दलों के नेता पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में पहुंचे थे. 
 बैठक में अपनी पार्टी की तरफ से नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुनने की हिमायात करते हुए नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी की तरफ से अपना पक्ष रखा. भाषण ख़त्म कर जब वो वापस अपनी कुर्सी पर लौटे तो पीएम नरेन्द्र मोदी का झुककर पैर छूने लगे. हालांकि, मोदी ने उनको ऐसा करने से रोका दिया और दोनों ने झुककर एक-दूसरे का अभिवादन किया.


नीतीश कुमार ने मोदी की हिमायत में अपनी पार्टी का समर्थन जताते हुए कहा, "10 साल से यह प्रधानमंत्री हैं. इन्होंने देश की खूब सेवा की है. विपक्षी दलों ने आज तक देश के लिए कुछ नहीं किया. पीएम मोदी ने बहुत कुछ किया है, और आगे भी आपको जो भी करना है करिए, हम आपके साथ हैं. मैं तो चाहता हूं, आज ही शपथ ग्रहण कर काम शुरू कर दीजिए.
नीतीश कुमार ने कहा कि इस बार तो कुछ इधर-उधर लोग जीत गए हैं, लेकिन, अगली बार जब आप आइएगा तो ये सभी हार जाएंगे." उनका इशारा इंडिया गठबंधन की तरफ था. नितीश के ये बात सुनकर मोदी समेत सभी लोग खिलखिलाकर हंस पड़े.. लेकिन नितीश आलोचनाओं से घिर गए हैं.. लोग सोशल मीडिया पर उनके मीम्स बनाकर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं.



लोग पूछ रहे हैं कि आखिर नितीश कुमार की किस गलती की CD मोदी के पास है, जो नितीश कुमार इतने मजबूर नज़र आ रहे हैं.. किसी ने पूछा है कि नितीश कैसे बादशाह हैं जो गुलामो के पाँव पड़ रहे हैं.. नितीश इस वक़्त किंग मेकर की भूमिका में हैं, इसके बावजूद वो मोदी के पाँव पड़ रहे हैं, जबकि अभी एक दिन पहले ही कहा जा रहा था कि नितीश और चन्द्र बाबू नायडू मोदी के छाती पर बैठकर मोल- भाव कर रहे हैं.."