Noida traffic: न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी वाले कानून की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) टिकैत और बीकेयू लोकशक्ति के बैनर तले किसानों के दो और ग्रुप इस हफ्ते दिल्ली की ओर नोएडा में सड़क पर उतरेंगे. बता दें, किसानों के अलग-अलग संगठन दिल्ली चलो आंदोलन कर रहे हैं. हालांकि, एक किसान की मौत के बाद इस आंदोलन को रोका हुआ है.


नोएडा में मिल सकता है ट्रैफिक जाम


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टीओआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीकेयू टिकैत सोमवार को ट्रैक्टरों के साथ नोएडा-दिल्ली सीमा की ओर बढ़ेंगे. बीकेयू टिकैत के अध्यक्ष (पश्चिमी यूपी) पवन खटाना ने कहा, “हमारी योजना ग्रेटर नोएडा से नोएडा की ओर ट्रैक्टरों को खड़ा करने और नोएडा एक्सप्रेसवे के माध्यम से चिल्ला सीमा की ओर बढ़ने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे के साथ मार्च करने की है.” अगर किसान ऐसा करते हैं तो नोएडा से दिल्ली जाने वाले लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ सकता है.


खटाना का वीडियो हो रहा है वायरल


खटाना ने कहा कि कई गांवों के किसान ग्रेटर नोएडा के टोल प्लाजा पर जुटेंगे. खटाना ने टीओआई को बताया, "वहां से हम नोएडा के चिल्ला बॉर्डर की ओर बढ़ेंगे." नोएडा से किसान सीधे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर जा सकते हैं. खटाना आगे कहते हैं बीकेयू टिकैत प्रमुख राकेश टिकैत और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के आह्वान पर, हमने यमुना एक्सप्रेसवे पर एक ट्रैक्टर मार्च आयोजित करने का फैसला किया है. हमारी योजना ग्रेटर नोएडा से नोएडा तक एक्सप्रेसवे की तरफ ट्रैक्टरों की कतार लगाने और नोएडा की ओर मार्च करने की है. हम मार्च के दौरान अनुशासन बनाए रखेंगे."  खटाना का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.


अधिकारियों को नहीं है कोई जानकारी


हालांकि, अधिकारियों को अभी तक किसानों के विरोध के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है, लेकिन इससे प्रस्तावित मार्ग पर ट्रैफिक जाम मिल सकता है. डीसीपी (यातायात) अनिल कुमार यादव ने बताया कि उन्हें किसानों के प्रस्तावित विरोध के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है. उन्होंने कहा, "एक बार जब वे अपने विरोध की जानकारी साझा करेंगे तो हम व्यवस्था करेंगे."