नई दिल्लीः महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार पर पैदा हुए संकट के बीच सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवसेना नेता संजय राउत को पूछताछ के लिए तलब किया है. ईडी ने राउत को अपना बयान दर्ज कराने के लिए मंगलवार को उसके मुंबई कार्यालय में पेश होने का आदेश दिया है. 
राउत को ईडी का यह समन ऐसे वक्त पर भेजा गया है जब शिवसेना के विधायकों की बगावत की वजह से महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी सरकार के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं. शिवसेना नीत एमवीए गठबंधन में अन्य घटक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस शामिल है. शिवसेना सांसद राउत के विधायक भाई सुनील राउत ने दावा किया कि ईडी का समन उनके भाई को डराने के लिए भेजा गया है, क्योंकि वह भाजपा का विरोध कर रहे हैं.



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मैं गुवाहाटी का रास्ता नहीं अपनाऊंगाः राउत 
शिवसेना सांसद संजय राउत ने ईडी द्वारा उन्हें जारी समन को ‘साजिश’ करार देते हुए कहा है कि भले उनका कत्ल कर दिया जाए, लेकिन वह महाराष्ट्र के बागी विधायकों की तरह गुवाहाटी का रास्ता नहीं अपनाएंगे. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में बड़े घटनाक्रम हो रहे हैं. हम सभी बालासाहेब के शिवसैनिक हैं. यह साजिश है.शिवसेना प्रवक्ता ने यह ट्वीट मराठी भाषा में किया और भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस को इसमें टैग किया है. राउत ने ईडी को उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती भी दी.


किस मामले में भेजा गया है नोटिस 
अफसरों ने बताया कि ईडी ने राउत को मुंबई की एक ‘चॉल’ के विकास से जुड़े मुबैयना धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए तलब किया है. राउत पर 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाले में शामिल होने का आरोप है. इससे पहले ईडी ने अप्रैल में भूमि घोटाले के सिलसिले में राउत की संपत्ति कुर्क की थी. इसके अलावा ईडी ने राउत के सहयोगी प्रवीण राउत की 9 करोड़ रुपये की जायदाद और संजय राउत की बीवी वर्षा राउत की 2 करोड़ रुपये की जायदाद भी कुर्क की थी.


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