Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक शुरू होने के बाद से ही आयोजन समिति को आयोजन स्थलों और गेम विलेज में बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर विदेशी एथलीटों और टीम के सदस्यों की तरफ से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. नाम न बताने की शर्त पर एक एथलीट ने आईएएनएस से कहा कि जब वे अपनी गेम में हिस्सा लेने के बाद लौटते हैं तो गेम विलेज में "कोई खाना मौजूद नहीं होता है."


एथलीट्स ने की शिकायत


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

एथलीट ने आईएएनएस से कहा, "जब हमने आयोजन समिति के अधिकारियों या स्वयंसेवकों से पूछा तो उनके पास कोई जवाब नहीं था. इन बुनियादी बातों पर आयोजन समिति को तत्काल ध्यान देने की जरूरत है." एक दूसरे खिलाड़ी ने कहा, "हमें अपनी जरूररतों को समझाने में कठिनाई हो रही है. यहां तक ​​कि एक स्टार अंतरराष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी - जिसका नाम मैं नहीं बता सकता उनको भी खाना नहीं मिला. यह हम सभी के लिए चौंकाने वाला था."


इससे पहले, 2024 के पेरिस ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में लियोनार्डो दा विंची की पेंटिंग "द लास्ट सपर" को "ड्रैग क्वीन्स" के रूप में प्रस्तुत किए जाने के कारण काफी आलोचना हुई थी. इस घटना से कई लोग नाराज़ हैं क्योंकि वे इसे अपमानजनक और अपनी धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुँचाने वाला मानते हैं. अब इसके बाद यह मामला पेश आया है. 


यहां तक ​​कि आईओसी को भी शर्मिंदगी से नहीं बचाया जा सका, क्योंकि उद्घाटन समारोह के दौरान एफिल टॉवर के सामने राष्ट्रों की परेड के अंत में सभी प्रतिनिधियों के सामने ओलंपिक ध्वज को उल्टा फहराया गया. यह निश्चित रूप से आईओसी के दिग्गजों के लिए मज़ेदार नहीं था.


जहां तक खाने की ​​कमी का सवाल है, ग्रेट ब्रिटेन डेलिगेशन के प्रमुख ने प्रतियोगिताओं के पहले दिन से पहले इस मुद्दे को उठाया था. कई GBR एथलीटों को रात बिना खाने के गुजारनी पड़ी थी.


सोने में दिक्कत


कई एथलीट्ल में सोने की दिक्कत की भी शिकात की है. कई एथलीट्स मार्किट से अपने लिए मेटरेस तक खरीदकर लाए. दरअसल एथलीट्स को कार्डबोर्ज के बने हुए बेड्स दिए हुए हैं, जिनपर सोना काफी मुश्किल साबित हो रहा है. इससे एथलीट्स की परफॉर्मेंस पर भी काफी असर पड़ सकता है.