बेंगलुरुः 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को चुनौती देने की कोशिश में जुटे 26 विपक्षी दलों ने मंगलवार को अपने गठबंधन का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (INDIA)’ रखने का फैसला किया है. इसी के साथ इस बात पर भी सभी ने सहमति जताई है कि 2024 में विपक्ष की तरफ़ से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं होगा. विपक्षी दलों की बैठक में आम सहमति से ये फ़ैसला लिया गया है. सामूहिक नेतृत्व में ये चुनाव लड़ा जाएगा. विपक्ष 2004 की तरह चुनाव के बाद अगर जीत हुई तो तय होगा कि प्रधानमंत्री किसे बनाया जाए. 

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11 सदस्यीय समन्वय समिति लेगी सभी बड़े फैसले 
बेंगलुरु के एक फाइव स्टार होटल में दो दिवसीय बैठक में विपक्षी दलों ने यह भी फैसला किया कि इस गठबंधन का एक संयोजक होगा और इसमें 11 सदस्यीय समन्वय समिति होगी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, "इंडिया’ के घटक दलों की अगली बैठक मुंबई में होगी, जहां गठबंधन के संयोजक और समन्वय समिति के सदस्यों का चयन किया जाएगा." कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा, "हमारे गठबंधन का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया)’ होगा. सभी ने एक स्वर में इस प्रस्ताव का समर्थन किया है." खरगे ने कहा, "आगामी लोकसभा चुनाव प्रचार के प्रबंधन के लिए दिल्ली में एक साझा सचिवालय बनाया जाएगा. देश और देश के लोगों को बचाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी. इसके लिए हमने आपसी मतभेदों को पीछे रखने का फैसला किया है."  उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे पर सभी नेताओं, समन्वय समिति के सदस्यों द्वारा परस्पर विचार-विमर्श किया जाएगा. 
 
राष्ट्र के सामने एक वैकल्पिक पेश करना है मकसद  

विपक्ष ने कहा, "हम अल्पसंख्यकों के खिलाफ पैदा की जा रही नफरत और हिंसा को हराने के लिए एक साथ आए हैं, महिलाओं, दलितों, आदिवासियों और कश्मीरी पंडितों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए; सभी सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समुदायों के लिए एक निष्पक्ष सुनवाई की मांग करते हैं; और, पहले कदम के रूप में, जाति जनगणना को लागू करें." उन्होंने कहा, "हम राष्ट्र के सामने एक वैकल्पिक राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक एजेंडा पेश करने का संकल्प लेते हैं. हम शासन के सार और शैली दोनों को ज्यादा परामर्श योग्य, लोकतांत्रिक और सहभागी बनाने के लिए इन्हें बदलने का वादा करते हैं."  


बैठक में किसने क्या कहा ? 
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विपक्षी दलों के नए गठबंधन के नाम ‘इंडिया’ का जिक्र करते हुए कहा, "अब लड़ाई ‘इंडिया और नरेन्द्र मोदी’ के बीच है, और यह बताने की जरूरत नहीं है कि जीत किसकी होगी." बाद में राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "भारत जुड़ेगा, इंडिया जीतेगा." पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गठबंधन के नाम का जिक्र करते हुए सवाल किया कि भाजपा और राजग, क्या आप लोग ‘इंडिया’ को चुनौती दे सकते हैं? उन्होंने दावा किया, ‘‘आगामी लोकसभा चुनाव में ‘इंडिया’ जीतेगा, भाजपा हारेगी.’’ दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘हम देश को बचाने और नए भारत को बनाने के लिए एकत्र हुए हैं.’’ उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में पिछले नौ वर्षों के दौरान हर क्षेत्र में बर्बादी हुई है. शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘‘कुछ लोगों को लग रहा है कि हम परिवार के लिए लड़ रहे हैं, हां यह देश हमारा परिवार है और हम देश को बचाने के लिए लड़ रहे हैं.’’ 


बैठक में किसने ने लिया हिस्सा 
विपक्षी दलों की दूसरे दिन की बैठक में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार, द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, आम आदमी पार्टी के नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और कुछ दीगर नेता इस बैठक में शामिल हुए है.


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