हैदराबादः एआईएमआईएम के सद्र असदुद्दीन ओवैसी ( AIMIM president Asaduddin Owaisi) ने न्यायपालिका में दखलअंदाजी देने के प्रयासों के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की है. ओवैसी ने कहा कि भारतीय संविधान के तहत न्यायपालिका स्वतंत्र है, लेकिन मोदी सरकार ऐसे न्यायाधीशों को नियुक्त करना चाहती है जो उसकी विचारधारा से सहमत हों. इसके साथ ही ओवैसी ने आरोप लगाया है कि सरकार ने न्यायाधीश के पद के लिए तमिलनाडु में भाजपा महिला मोर्चा की एक नेता (BJP Mahila Morcha leader) की सिफारिश की है, जिसने अपने ट्विटर अकाउंट पर खुद को 'चौकीदार’ घोषित किया था. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के सद्र औवेसी इतवार की रात हैदराबाद के पुराने शहर में एक अवामी जलसा को खिताब कर रहे थे. 


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इसके साथ ही ओवैसी ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे पर बनने वाली फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है. हैदराबाद के सांसद ने केंद्र सरकार से पूछा कि क्या वह गोडसे पर बनी फिल्म पर उसी तरह रोक लगाएगी जिस तरह उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी के डॉक्यूमेंट्री पर प्रतिबंध लगाया था. यह कहते हुए कि भारत में कोई भी महात्मा गांधी और डॉ. बी आर अंबेडकर से बड़ा नहीं हो सकता, ओवैसी ने कहा कि यह देश कभी भी एक आतंकवादी को एक नायक के रूप में पेश करने की इजाजत नहीं दे सकता है. 


ओवैसी जाहिर तौर पर राजकुमार संतोषी की फिल्म ’गांधी गोडसेः एक युद्ध’ का जिक्र कर रहे थे, जो 26 जनवरी को रिलीज होने वाली है.

भिंडरावाले पर बनी फिल्म पर रोक लगा चुकी है सरकार 
ओवैसी ने कहा कि साल 2013 में भिंडरावाले पर एक फिल्म को भी सरकार द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था. उन्होंने पूछा कि फिर गोडसे पर बनी फिल्म पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगाया जा सकता है? उन्होंने पूछा, “आपको गोडसे से इतना प्यार क्यों है? आप कब तक गांधी का नाम जपते रहेंगे लेकिन अपने दिल में गोडसे से प्यार करते रहेंगे हैं?“ गोडसे को आजाद भारत का सबसे बड़ा आतंकवादी बताते हुए ओवैसी ने गांधीजी के कातिल के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राय जानना चाही है. 

गांधीजी के हत्यारे को नायक के रूप में चित्रित करने की कोशिश
भारत में बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर बैन का जिक्र करते हुए उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री भी गोडसे पर बनी फिल्म पर बैन लगाएंगे. हैदराबाद के सांसद ने संघ से गोडसे के बारे में बोलने के लिए भी कहा है? उन्होंने बताया कि गोडसे और सावरकर के बीच घनिष्ठ संबंध था. ओवैसी ने इल्जाम लगाया है कि सत्ता पक्ष गांधीजी के हत्यारे को नायक के रूप में चित्रित करने की कोशिश कर रहा है. 


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