देहरादून/उत्तरकाशीः उत्तराखंड की एक घटना ने देशभर के खुफिया एजेंसियों से लेकर इंटेलिजेंस की टीम तक के होश उड़ा दिए हैं. शनिवार को उत्तरकाशी के चिन्यालीसौंण के तुलियाडा में पड़ोसी मुल्क पकिस्तान का झंडा और लाहौर बार एसोसिएशन का ढेर सारा झंडा गैस के गुब्बारों के साथ झाड़ियों में पड़ा हुआ पाया गया है. 
केंद्रीय और राज्य की सभी खुफिया एजेंसियां फौरन इसकी जांच में जुट गई है कि आखिरकार पाकिस्तानी झंडा गैस के गुब्बारों के सहारे सीमा पार से यहां इतनी दूर पहाड़ों में कैसे आ सकता है ? एजेंसी इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि कहीं ऐसा तो नहीं है कि पहाड़ से ही पाकिस्तानी झंडे को यहां डंप किया गया हो और पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई ने यहां भी घुसपैठ कर ली हो ? सूत्रों के मुताबिक राज्य व केंद्रीय खुफिया एजेंसियां जांच में जुट गई हैं. 

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करीब 200 से 250 गुब्बारे पाए गए थे
दरअसल, शुक्रवार को चीन तिब्बत सीमा से सटे उत्तरकाशी में चिन्यालीसौड़ के तुल्याड़ा गांव के जंगलों में करीब 200 से 250 गुब्बारे पाए गए थे. इन गुब्बारों पर पाकिस्तान के कुछ झंडे लगे हुए थे. पाकिस्तानी झंडे दिखते ही लोग दहशत में आ गए थे. एसपी अर्पण यदुवंशी ने बताया कि गुब्बारों पर एक-दो पाकिस्तानी झंडे लगे हुए हैं. इनके साथ पाकिस्तान का एक उर्दू में लिखा बैनर मिलने से खुफिया एजेंसियां और सतर्क हो गई हैं. सूचना पाकर आईबी की टीम भी घटना स्थल पर पहुंची थी.

चीन तिब्बत से लगती इस जिले की सीमा 
गौरतलब है कि उत्तरकाशी जनपद उत्तराखंड के सीमांत जनपदों में से एक है. उत्तरकाशी जिले की सीमाएं चीन तिब्बत से लगती हैं. हालांकि वहां से बैनर आने की संभावनाओं से इनकार किया जा रहा है, जबकि उत्तरकाशी सामरिक दृष्टि से संवेदनशील जिलों में आता है. तुल्याड़ा से सिर्फ तीन किमी के फासले पर चिन्यालीसौड़ की हवाई पट्टी भी है. चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर वायुसेना अभ्यास भी करती रहती है.
एसपी अर्पण यदुवंशी ने घटना की तस्दीक करते हुए कहा, " तुलियाडा में इस तरह के बैनर मिलने की सूचना आई है. मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा है, ऐसे में इसकी सूचना आईबी को भी दी गई है. स्थानीय पुलिस भी मामले में जांच कर रही है.’’ 


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