Parliament Special Session: आज संसद के स्पेशल सेशन की शुरुआत हो गई है. संसद के दोनों सदनों में सांसदों ने हिस्सा लिया. राज्यसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे ने एक कविता के साथ अपने तकरीर की शुरुआत की है. उन्होंने इस कविता के जरिए सरकार पर शायराना वार है. उन्होंने कहा, "अगर आप से कुछ नहीं हो पाता है, तो आप कुर्सी छोड़ दे. आपको बात-बात पर डराने की जरूरत नहीं है." 


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नेता प्रतिपक्ष खरगे ने अपना तकरीर इस कविता के साथ शुरू किया, "बदलना है तो अब हालात बदलो, ऐसे नाम बदलने से क्या होता है?, देना है तो नौजवनों को रोजगार दो, सबको बेरोजगार करके क्या होता है?, दिल को थोड़ा बड़ा करके देखो, लोगो को मारने से क्या होता है?, कुछ कर नहीं सकते तो कुर्सी छोड़ दो, बात-बात पर डराने से क्या होता है?, अपनी हुक्मरानी पर तुम्हें गुरूर है, लोगों को डराने-धमकाने से क्या होता है?"


उन्होंने कहा, "जवाहरलाल नेहरू जब मुल्क के पीएम थे, तो मुल्क की नींव पड़ रही थी. और जो पत्थर नींव में पड़ते हैं वे नहीं दिखते हैं, जो दीवार पर लिखे जाते हैं वहीं दिखते हैं." खरगे ने सभापति जगदीप धनखड़ से कहा कि आप बहुत दिलदार हैं. आपसे गुजारिश करता हूं कि संजय सिंह और राघव चड्डा को वापस बुला लें. जितने भी महान लीडर इस सदन का हिस्सा बने हैं. फिर वो अमीर हो या गरीब सबका एक ही वोट रहा है." 


वहीं, अपोजिशन को सत्ताधारी पार्टी भाजपा के जरिए इंडि कहा जा रहा है. अपोजिशन ने अपने नए गठबंधन का नाम INDIA रखा है. लेकिन इस मुद्दे पर भाजपा उसे घेरने के लिए इंडि का सहारा ले रही है. इस पर राज्यसभा में खरगे ने कहा कि आप इंडि बोलो या कुछ और बोलो, हम लोग INDIA हैं. नाम बदलने से कुछ नहीं होता है."


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