PHOTOS: किसान पिता के लिए 17 साल के बेटे ने तैयार की गन, अब खेत में नहीं भटकते जानवर
विकास ने बताया कि उसने प्लास्टिक के 2 अलग-अलग आकार के लंबे पाइप से एक गन की तरह दिखने वाली शक्ल तैयार की.
दरअसल रतलाम जिले के गांव बरवनखेड़ी में एक किसान पिता विक्रम सिंह के 17 साल के बेटे विकास ने मोबाइल और इंटरनेट का सही इस्तेमाल कर अपने पिता की बड़ी मदद की है. यह चीज़ एक तरह से गन की तरह काम करती है लेकिन इससे किसी तरह का कोई खतरा नहीं है. यह एक प्लास्टिक की साउंड गन है जिससे जोरदार आवाज से दूर तक दिखाई दे रहे नीलगाय झुंड डर से भाग जाते हैं.
दरअसल रतलाम जिले के गांव बरवनखेड़ी में एक किसान पिता विक्रम सिंह के 17 साल के बेटे विकास ने मोबाइल और इंटरनेट का सही इस्तेमाल कर अपने पिता की बड़ी मदद की है. यह चीज़ एक तरह से गन की तरह काम करती है लेकिन इससे किसी तरह का कोई खतरा नहीं है. यह एक प्लास्टिक की साउंड गन है जिससे जोरदार आवाज से दूर तक दिखाई दे रहे नीलगाय झुंड डर से भाग जाते हैं.
किसान विक्रम सिंह ने बताया कि उनका 17 साल का बेटा विकास 7वीं क्लास में पढ़ता है. लॉकडाउन के चलते स्कूल बंद हो गए तो वह घर पर ही पढ़ाई कर रहा था. इस दौरान उसे जो भी वक्त मिलता था वह अपने पिता के साथ खेती में भी हाथ बंटाता था. उसने अपने पिता को परेशानी से झूझते हुए देखा. नीलगाय उसके पिता की सारी फसल तबाह कर देती थी. जिसके चलते उसके पिता को दिन-रात खेत में ही रहना पड़ता था.
ऐसे में 17 साल के विकास ने मोबाइल पर इंटरनेट की मदद ली और एक ऐसी चीज़ ढूंढ निकाली जिसका इस्तेमाल जोखिम भरा भी नही है और आसानी से कम मेहनत से ही नीलगाय के झुंड को दूर तक भगाया जा सकता है. विकास ने इसके लिए पिता की मदद लेते हुए इस उपकरण को तैयार किया.
विकास ने बताया कि उसने प्लास्टिक के 2 अलग-अलग आकार के लंबे पाइप से एक गन की तरह दिखने वाली शक्ल तैयार की. इस में गेस वेल्डिंग में काम आने वाला कार्बेट का इस्तेमाल किया. जिसमे कार्बेट को कुछ बूंद पानी में भिगोकर रिएक्शन से निकली गैस में लाइटर की चिंगारी से धमाका किया जाता है. इसमें बहुत मामूली धमाका होता है लेकिन इसके डिज़ाइन की वजह से आवाज काफी तेज आती है. जिससे दूर से खेत के करीब आने से पहले ही नीलगाय का झुंड भाग खड़ा होता है.