Pistol Snatcher Arrested: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 23 साल के नौजवान को गिरफ्तार कर लिया है, जिसके पास से 2020 में हुए दिल्ली दंगों के दौरान एक हेड कांस्टेबल से कथित तौर से छीनी गई एक पिस्तौल बरामद हुई है. पुलिस अफ़सरान ने 16 नवंबर को बताया कि दयालपुर के रहने वाले शाहिद उर्फ शाहबाज़ को 11 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था और उसके पास से 9 एमएम की पिस्तौल भी मिली है जो दंगों के दौरान हेड कांस्टेबल से छीनी गई थी. पुलिस ने बताया कि तीन संदिग्धों शूटर को भी गिरफ्तार किया गया है. उनकी पहचान समीर (24), सुहैल चौधरी (22) और शाहनबाज़ (25) के तौर पर हुई है. वे इरफान उर्फ छेनू गिरोह के मेंबर हैं. यह पिस्तौल हेड कांस्टेबल छत्रपाल सिंह की थी जिसे शाहबाज़ ने कथित रूप से छीन लिया था. दंगों के दौरान सिर पर लगी गंभीर चोट की वजह से छत्रपाल सिंह कोमा में हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: शादी हो या कोई और पार्टी, जाम परोसने के लिए लेनी होगी इजाज़त; वरना रंग में पड़ जाएगा भंग


ख़बर की बुनियाद पर पुलिस ने किया गिरफ़्तार
छत्रपाल सिंह के साथ पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) और सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) और हेड कांस्टेबल रत्न लाल भी ज़ख़्मी हुए थे. रत्न लाल की बाद में मौत हो गई थी. स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाह ने कहा कि पुलिस को तीन सितंबर को ख़ुफिया ख़बर मिली कि भजनपुरा में फायरिंग के मामले में वांटेड चौधरी क्राइम करने के लिए शाहदरा में आने वाला है. उन्होंने कहा कि ख़बर की बुनियाद पर पुलिस की टीम ने जाफराबाद-सीलमपुर रोड पर जाल बिछाया और चौधरी और उसके साथी शाहनावाज़ को हाथापाई के बाद गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने उनके पास से एक पिस्तौल, चार कारतूस, एक देसी कट्टा और आठ एमएम के चार कारतूस बरामद किए गए. 


ड्यूटी पर मौजूद पुलिस अफसरान पर हमला 
डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाह ने बताया कि उनके पास से एक बाइक भी ज़ब्त की गई है जिस पर फ़र्ज़ी नंबर प्लेट लगाई गई थी. उन्होंने कहा कि यह पता चला कि बाइक को 16 सितंबर को जाफराबाद से चोरी किया गया था. उन्होंने बताया कि उसके दूसरे साथी समीर को छह नवंबर को मौजपुर से गिरफ्तार किया गया था. अफसर ने कहा कि पूछताछ के दौरान शाहबाज़ ने ख़ुलासा किया कि वह दिसंबर 2019 से फरवरी 2020 तक सीएए/एनआरसी के ख़िलाफ़ नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुए प्रदर्शन का हिस्सा था. उन्होंने कहा कि 24 फरवरी 2020 को उसने और उसके साथियों ने कथित तौर पर वज़ीराबाद रोड को जाम कर दिया, जिस वजह से दंगे हुए. दंगे के दौरान उसने और उसके साथियों ने कथित तौर पर ड्यूटी पर मौजूद पुलिस अफसरान पर हमला किया. उन्होंने कहा कि भीड़ के साथ उनपर हमला करने के बाद उसने कथित तौर पर छत्रपाल सिंह की पिस्तौल छीन ली थी.


Watch Live TV