Rabindranath Tagore Literary Award 2023: रवीन्द्रनाथ टैगोर साहित्यिक पुरस्कार के छठे एडिशन का अवार्ड कवि-आलोचक सुकृता पॉल कुमार (Sukrita Paul Kumar) को उनकी किताब 'सॉल्ट एंड पेपर सेलेक्टेड पोयम्स' (Salt & Pepper: Selected Poems) के लिए दिया गया है. सोमवार को हुए अवार्ड समारोह में कुमार को आवार्ड के साथ 10,000 अमेरिकी डॉलर और उनके साहित्य में योगदान के लिए एक सर्टिफिकेट दिया गया.


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अलग-अलग संस्कृतियों को जोड़ती हैं कहानियां
74 साल की कवि सुकृता पॉल ने कहा, छठा रवीन्द्रनाथ टैगोर साहित्यिक आवार्ड मिलना बहुत अच्छा अनुभव है, यह आवार्ड न केवल मेरी कलात्मक सफर को सराहता है बल्कि अलग-अलग संस्कृतियों को जोड़ने में कहानी कहने के योगदान को भी दिखाता है. ''मैं इस अवार्ड के लिए बहुत आभारी हूं.''


क्यों दिया जाता है रवींद्रनाथ टैगोर अवार्ड
रवींद्रनाथ टैगोर अवार्ड 2018 में अमेरिका स्थित प्रकाशक पीटर बुंडालो द्वारा शुरु किया गया था. रवींद्रनाथ टैगोर अवार्ड विश्व शांति, साहित्य, कला, शिक्षा और मानवाधिकारों के लिए गए काम को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है. यह सामाजिक उपलब्धि के साथ-साथ ये अवार्ड मानवाधिकारों और विश्व शांति की दिशा में किए गए कार्यों को भी मान्यता देता है.


समाजिक कार्यों में अभिजीत बनर्जी को मिला अवार्ड
समाजिक कार्यों के लिए ये अवार्ड नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी को उनको समाजिक कल्याण में दिए गए योगदान के लिए दिया गया. बनर्जी ने एक बयान में कहा, "सामाजिक उपलब्धि के लिए टैगोर पुरस्कार से सम्मानित किया जाना एक बड़ा सम्मान है. यह सम्मान बताता है कि सामाजिक मुद्दों के लिए आवाज़ उठाना कितना जरूरी है और एक बेहतर दुनिया को आकार देने में सामूहिक प्रयासों के प्रभाव को रेखांकित करता है."


पिछले साल ये अवार्ड पत्रकार-लेखक राज कमल झा को उनकी नोवल ''द सिटी एंड द सी''(The City and the Sea) के लिए दिया गया था.