नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने दिलशाद गार्डन (Dilshad Garden) इलाके में बिना इजाजत कार्यक्रम आयोजित करने के इल्जाम में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और उसके आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. इस कार्यक्रम में भाजपा सांसद प्रवेश साहब सिंह वर्मा समेत वीएचपी के कुछ वक्ताओं ने कथित तौर पर नफरत भरे भाषण (Hate Speech in Delhi) दिए थे. वहीं, विहिप ने कार्यक्रम के लिए इजाजत नहीं लेने के पुलिस के दावे को ‘हास्यास्पद’ बताते हुए कहा कि दिलशाद गार्डन में हुए इस कार्यक्रम में पुलिसकर्मी तैनात थे. उत्तरपूर्वी दिल्ली में 19 वर्षीय हिंदू युवक की हत्या के विरोध में यहां एक जनसभा का आयोजन किया गया था. 
मनीष (19) की एक अक्टूबर को सुंदर नगरी इलाके में कथित तौर पर चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने मामले में सभी आरोपियों आलम, बिलाल और फैजान को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का कहना है कि यह कत्ल पुरानी रंजिश की वजह से हुआ है. 

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पुलिस की सलाह पर रामलीला मैदान में हुई थी सभा 
विहिप प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि पुलिस कह रही है कि कार्यक्रम के लिए इजाजत नहीं ली गई थी. बंसल ने दावा किया, ‘‘अनुमति की तो छोड़िए, हमने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सुझाव और सिफारिश के बाद दिलशाद गार्डन में रामलीला मैदान को आयोजन स्थल के लिए तय किया था. हमारी पहले मनीष के घर के पास बैठक करने की योजना थी, लेकिन पुलिस के अनुरोध पर स्थान बदलकर इसे रामलीला मैदान कर दिया गया.’’

मुस्लिम समुदाय का ‘पूर्ण बहिष्कार’ करने की अपील 
दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रवेश वर्मा ने इतवार को वीहिप के इस प्रोग्राम में यह कहकर विवाद पैदा कर दिया था कि एक खास समुदाय का पूरी तरह बहिष्कार करना चाहिए. एक वायरल वीडियो में सांसद प्रवेश वर्मा मुस्लिम समुदाय का ‘पूर्ण बहिष्कार’ करने की अपील करते हुए वहां मौजूद भीड़ से प्रतिक्रिया मांगते हैं और कहते हैं कि जो उनसे सहमत हैं, वे अपने हाथ उठाएं. उन्हें वीडियो में कहते सुना जा सकता है, “हम उनकी दुकानों से कुछ नहीं खरीदेंगे न उन्हें मजदूरी देंगे. यही उनका इलाज है.” वर्मा ने कहा है कि उन्होंने अपने संबोधन में किसी खास समुदाय का नाम नहीं लिया था. 


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