AMU New VC: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पहली बार किसी महिला को वाइस चांसलर बनाया गया है. प्रोफेसर नईमा खातून को  AMU की कुलपति बनाया गया है. AMU के 103 सालों की इतिहास में पहली बार किसी महिला को इतने बड़े पद पर नियुक्त किया गया है. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के नए वाइस चांसलर चुने जाने के लिए एक पैनल बनाया गया था. इस पैनल में प्रो. नईमा खातून भी शामिल थीं. पैनल ने उनके नाम पर ही मुहर लगा दी. 


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महिला वाइस चांसलर
प्रोफेसर नईमा खातून का ताल्लुक उडिशा से है. वह महिला कॉलेज की प्राचार्या हैं. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स और दूसरे लोगों का कहना है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पहली बार किसी महिला का वाइस चांसलर बनाना यह महिला सशक्तीकरण की दिशा में बेहतरीन कदम है.


वाइस चांसलर पैनल का गठन
AMU के नए वाइस चांसलर चुने जाने को लेकर बीते साल अक्टूबर के महीने में कार्यकारी परिषद की बैठक हुई थी. इस कार्यकारी परिषद के सदस्यों ने वोट देकर वाइस चांसलर पैनल के पांच नामों में प्रोफेसर नईमा खातून को शामिल किया था. 


यूनिवर्सिटी की स्थापना
AMU की स्थापना साल 1920 के दिसबंर महीने में हुई थी. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की पहली चांसलर बेगम सुल्तान जहां बनीं थीं. जबकि पहले वाइस चांसलर महमूदाबाद के राजा मोहम्मद अली मोहम्मद खान बने थे. इसके बाद से ही वाइस चांसलर पैनल में कभी भी किसी महिला का नाम शामिल नहीं किया गया था. 


यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर
मोहम्मद अली मोहम्मद खान, साहिबजादा आफताब अहमद खान, नवाब मोहम्मद मुजम्मिलउल्लाह खान शेरवानी, रॉस मसूद, जिया उद्दीन अहमद, सर शाह मोहम्मद सुलेमान, सैयद हासिम अली, एमएन फारूकी, महमूदुर्रहमान, जिया उद्दीन अहमद, जाहिद हुसैन, नवाब मोहम्मद इस्माइल खान, जाकिर हुसैन, बशीर हुसैन जैदी, बदरुद्दीन तैयबजी, अली यावर जंग, अब्दुल अलीम, एएम खुसरो, सैयद हामिद,  मोहम्मद हामिद अंसारी, नसीम अहमद, पीके अब्दुल अजीज, लेफ्टिनेंट जमीर उद्दीन शाह, प्रो. तारिक मंसूर.