US Open में जिस खिलाड़ी से हारीं पीवी सिंधु उसी के बारे में लिखी दिल जीत लेने वाली बात, पढ़ें
यूएस ओपन में शटलर पीवी सिंधू जिस खिलाड़ी से हारकर बाहर हुई थीं उसके बारे में सिंधू ने बेहतरीन पस्ट की है. इस पोस्ट में उन्होंने सिंधू की तारीफ की है.
शीर्ष भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने कहा है कि यूएस ओपन में गाओ फैंग जी से क्वार्टर फाइनल में मिली हार का उन पर गहरा भावनात्मक प्रभाव पड़ा है. अमेरिका के काउंसिल ब्लफ्स में सुपर 300 टूर्नामेंट में सिंधु को शुक्रवार को चीन की फैंग जी के खिलाफ 20-22, 13-21 से हार का सामना करना पड़ा. सिंधु ने इंस्टाग्राम पर क्वार्टर फाइनल में फैंग जी की सराहना करते हुए कहा कि चीनी खिलाड़ी, जिसे उन्होंने इस महीने की शुरुआत में कनाडा ओपन क्वार्टर फाइनल में हराया था, ने इस बार अपनी कमजोरियों से सबक सीख कर उन्हें हरा दिया.
इंस्टाग्राम पर की तारीफ
सिंधु ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "मेरी यूएस ओपन यात्रा क्वार्टर फाइनल में समाप्त हुई, जहां मेरा सामना प्रतिभाशाली गाओ फेंग जी से हुआ. पहले कनाडा में उसे हराने के बावजूद, उसने इस बार मेरी कमजोरियों का प्रभावी उपयोग करते हुए मुझे सीधे सेटों में हरा दिया. अगली बार जब मैं गाओ से सामना करूंगी तो एक बड़ी लड़ाई होगी."
हार ने सिंधू पर छोड़ा प्रभाव
उन्होंने आगे कहा, "इस हार ने मुझ पर एक महत्वपूर्ण भावनात्मक प्रभाव छोड़ा है. हर कामयाब टूर्नामेंट के बाद हार का अनुभव करना निराशाजनक है. हालांकि, मैं अपने प्रयासों को दोगुना करने और वर्ष के शेष भाग को वास्तव में उल्लेखनीय बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं."
लक्ष्य सेन की तारीफ की
दो बार के ओलंपिक पदक विजेता ने लक्ष्य सेन को बधाई देते हुए कहा कि उनके प्रभावशाली प्रदर्शन को देखना वास्तव में प्रेरणादायक रहा है. सेन की यात्रा उन्हें सेमीफाइनल तक ले गई, हालांकि उन्हें अंतिम चैंपियन ली शी फेंग के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा.
लक्ष्य को देखना प्रेरणादायक
उन्होंने कहा, "मैं लक्ष्य के लिए अपनी वास्तविक खुशी व्यक्त करना चाहती हूं, जो कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद असाधारण प्रदर्शन कर रहा है. उसके मजबूत प्रदर्शन को देखना वास्तव में प्रेरणादायक रहा है." सिंधु 2023 सीज़न में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाईं हैं. उन्हें शुरुआती दौर में पांच बार और 16वें दौर में दो बार हार का सामना करना पड़ा. इस साल अब तक खेले गए 11 टूर्नामेंटों में वह सिर्फ एक बार फाइनल और दो बार सेमीफाइनल में पहुंचीं.