नई दिल्लीः संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान बुधवार को सांसद राहुल गांधी प्रधानमंत्री पर हमलावर होते दिखे. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने लोकसभा में प्रधानमंत्री को मणिपुर हिंसा के लिए पूरी तरह जिम्मेदार बताया. राहुल गांधी के मोदी पर हमले से सत्ता पक्ष और विपक्षी सांसदों के बीच जमकर हंगामा हुआ. 
राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा और उसपर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर निशाना साधते हुए कहा,  "आपने मणिपुर में मेरी मां की हत्या की है. मेरी एक मेरी मां सदन में है और दूसरी मां को आपने मणिपुर मे मारा है. राहुल ने कहा, "मैंने मणिपुर में एक महिला से पूछा क्या हुआ तुम्हारे साथ? वो एक सेंकेंड में कांपती हुई बेहोश हो गई." राहुल ने कहा, "मोदी ने मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या की है.. हिंदुस्तान का मर्डर, कत्ल किया है आपने." यहां तक कि राहुल गांधी ने कहा, "आप देशद्रोही हैं, आप देशप्रेमी नहीं हैं....इसलिए प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं जा रहे हैं. " 


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राहुल गांधी ने आगे कहा', "मैं मणिपुर गया था, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए, क्योंकि उनके लिए यह राज्य हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं है. सेना एक दिन में शांति ला सकती है, लेकिन आप सेना का यूज़ नहीं कर रहे हैं. मोदी जी हिंदुस्तान के दिल की आवाज़ नहीं सुनते हैं, वो दो लोगों के दिल की आवाज़ सुनते हैं. राहुल गांधी ने इल्जाम लगाते हुए कहा कि आज की सच्चाई है कि मणिपुर को आपने बांट दिया है, तोड़ दिया है." 


इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा, ‘‘भारत माता के बारे में कोई भी ऐसा शब्द नहीं बोला जाना चाहिए जो उचित नहीं हो.’’ इसके जवाब में राहुल ने कहा, ‘‘भारत माता मेरी भी माता हैं. मेरी एक माता (सोनिया गांधी) यहां बैठी हुई हैं और दूसरी भारत माता हैं.’’ 


राहुल गांधी ने सदन में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले साल 130 दिन तक मैंने भारत के एक कोने से दूसरे कोने तक यात्रा की है. मैं समुद्र के तट से कश्मीर की बफीर्ली पहाड़ी तक चला हूं. राहुल गांधी ने कहा, ‘‘जिस चीज के लिए मैं मरने को तैयार हूं, जिस चीज के लिए मोदी जी की जेलों में जाने को तैयार हूं, और जिस चीजे के लिए 10 साल तक गाली खाई है...उसे मैं समझना चाहता था.’’ 


राहुल ने कहा, ‘‘जब मैं यात्रा कर रहा था तो मुझे भीड़ की आवाज सुनाई नहीं देती है, जिससे बात करता था, उसका दुख और दर्द सुनाई देता था.’’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘यह देश एक आवाज है, इस देश के लोगों का दुख है, दर्द है, कठिनाइयां हैं, उसे समझना है. इसे समझने के लिए हमें अपने अहंकार, इच्छाओं और सपनों को दूर करना होगा.’’ उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से कहा, ‘‘पिछली बार मैं जब बोला था तो आपको थोड़ा कष्ट हुआ था, क्योंकि मैं अडाणी जी के बारे में केंद्रित था...आपको जो कष्ट हुआ उसके लिए माफी मांगता हूं.’’ 


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