गुरुवार को कांग्रेस के 139वें स्थापना दिवस पर आयोजत मेगा रैली "हैं तैयार हम" में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जन्ता से सपने संबोधन के दौरान कहा कि आंबेडकर जी की कर्मभूमी में आकर उन्हें बेहद ख़ुशी हुई. इतना ही नही भाजपा पर हमला करते हुए राहुल ने कहा कि इस समय हमारे देश में सत्ता या राजनीती की लड़ाई नही बल्कि दो विचारधारा की लड़ाई चल रही है. सत्ता की लड़ाई है मगर उस लड़ाई की नींव विचारधारा की है. आपको बता दें की इस मेघा रैली का आयोजन आने वाले लोकसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए किया गया था. नागपुर में हुई इस रैली में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे.


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अपने संबोधन में और क्या-क्या बोले राहुल गांधी?
 हैं तैयार हम रैली में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने संबोधन के दौरान दावा किया कि "बीजेपी का एक सांसद मुझे लोकसभा में मिला. बहुत सारे लोग पहले कांग्रेस में थे. ये भी था. वो मुझे छुप के मिला, क्योंकि उसे मुझसे बात करनी थी. उसके चेहरे पर टेंशन थी. उसने कहा कि बीजेपी में रहकर सहा नहीं जाता. शरीर बीजेपी में लेकिन दिल कांग्रेस में है. उसने कहा, 'बीजेपी में गुलामी चलती है. जो ऊपर से कहा जाता है वही करना पड़ता है.राजा पहले आदेश देते थे, वैसे चल रहा है.बीजेपी में कोई चॉइस नहीं होती है. हमारे नाना पटोले ने किसानों को लेकर मोदीजी से सवाल पूछ. मोदी को सवाल अच्छा नहीं लगा पटोले आउट हुए बीजेपी से.


इसे में  राहुल गांधी बोले कि कांग्रेस पार्टी में आवाज नीचे लेवल से आती है. हमारा कोई भी छोटा कार्यकर्ता किसी भी नेता को टोक सकता है , सवाल कर सकता है. इतना ही नही मुझ से भी सवाल पूछे जाते हैं. मैं उनको जवाब देता हूं, कारण बताता हूं. मैं  भले  उनसे सहमत न हूं मगर में  उनकी सुनता हूं.
 
PM मोदी पर भी साधा निशाना
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए यह भी कहा की मोदी जी ने बीते 10 सालों में कितने लोगों को रोजगार दिया है. हमारे युवाओं का टैलेंट ख़राब हो रहा है. इतना ही नही राहुल गांधी ने बीजेपी पार्टी  में ओबीसी लोगों की मौजूदगी पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा "मैंने संसद में बीजेपी के लोगों से सवाल किया कि हिंदुस्तान को 90 लोग चलाते हैं. देश के अफसर है जो कि पूरे बजट को बांटते हैं. मैंने पूछा कि इनमें से ओबीसी कितने हैं, दलित कितने हैं और आदिवासी कितने हैं? इस सवाल पर बीजेपी के लोग चुप हो गए.''


जिसपर उन्होंने आगे कहा, ''ओबीसी की कम से कम 50 फीसदी आबादी है. वहीं दलित की आबादी करीब 15 प्रतिशत है. आदिवासी की आबादी करीब 12 परसेंट है. 90 अफसर में तीन ओबीसी समाज से आते हैं, ऐसे में ये कैसी ओबीसी सरकार चल रही है.''


राहुल गांधी ने यह भी कहा कि बीजेपी की इसी चुपी की वजह से उन्होंने जाती जनगणना होनी चाहिए. जती जनगणना की बात सुनते ही पीएम मोदी का रुख बदल जाता है. इसीलिए हमने फैसला किया है की कांग्रेस की सर्कार सत्ता में आते ही हम जाती जनगणना करके दिखा देंगे.


आरएसएस पर भी साधा निशाना
राहुल गांधी ने आरएसएस पर हमला करते हुए कहा कि," 'हमसे सवाल किया जाता है कि कांग्रेस ने क्या किया? जिसपर रहले गांधी बोले कि अगर आजादी से पहेले देश में आते तो 500-600 रजा और अंग्रेज मिलते. देश की जन्ता पर अपने कोई अधिकार नही थे. किसी गरीब की जमीन को कोई भी रजा एसे हे हड़प लेता था. भारत की जन्ता को सभी अधिकार भारत के संविधान ने दी है जिसे बबसहिब आंबेडकर, महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरु ने मिलकर बनाया था.  बीजेपी और आरएसएस के लोग संविधान के खलाफ थे. इतना ही नही आज बीजेपी और आरएसएस के जो लोग भारत का झंडा फहराते हैं, कई सालों तक तिरंगे को सैल्यूट नहीं मारते थे. 


राहुल ने कहा कि,"'सारे अधिकार संविधान से मिलते हैं. ये काम कांग्रेस ने किया है. हजारों साल के इतिहास में ये पहली बार किया गय़ा. पहली बार एक वोट दिया गया. हमारी विचारधारा कहती है कि देश की लगाम हिंदुस्तान की जनता के पास होनी चाहिए है. पहले जैसे देश राजा चलाते थे, वैसे नहीं चलाया जाना चाहिए.'