राजस्थान में गहराया सियासी संकट; पायलट को CM बनाने पर इस्तीफा देने को तैयार गहलोत गुट के 92 MLA
Rajasthan political crisis: राजस्थान में मुख्यमंत्री आशोक गहलोत के इस्तीफा देने के पहले ही प्रदेश में नेतृत्व के सवाल पर गहलोत और सचिन गुट में फिर से बवंडर खड़ा हो गया है. गहलोत गुट के विधायक किसी भी कीमत पर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री स्वीकार नहीं करना चाहते हैं.
जयपुरः राजस्थान में अगले मुख्यमंत्री के चुनाव को लेकर फैसल लेने के लिए होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक रदद हो गई है. विधायक दल की बैठक से पहले अशोक गहलोत गुट के विधायकों ने अपना इस्तीफा देने का फैसला किया है. अशोक गहलोत गुट के विधायक सचिन पायलट को सीएम की कमान देने के पक्ष में नहीं है.
कांग्रेस पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन गहलोत के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे जहां कांग्रेस विधायक दल की बैठक होनी थी. पायलट अलग से वहां पहुंचे थे. सूत्रों ने बताया कि वहां करीब 25 विधायक मौजूद थे. हालांकि, मुख्यमंत्री गहलोत के प्रति वफादार विधायकों के एक बड़े समूह ने मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर बैठक की और अपना इस्तीफा सौंपने के लिए अध्यक्ष सीपी जोशी के आवास पर जाने का फैसला किया. इस समूह में विधायकों की संख्या लगभग 92 बताई जा रही है.
राज्य के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, “हम बस में स्पीकर के आवास जा रहे हैं और अपना इस्तीफा सौंपेंगे.“ सूत्रों ने दावा किया कि समूह में निर्दलीय समेत करीब 92 विधायक थे. इसके कुछ विधायकों ने कहा कि गहलोत का उत्तराधिकारी कोई ऐसा होना चाहिए जो 2020 में राजनीतिक संकट के दौरान सरकार को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था, न कि कोई ऐसा शख्स जो इसे गिराने के प्रयास में शामिल था. उनका इशारा सचिन पायलट की तरफ है. एक अन्य नेता गोविंद राम मेघवाल ने कहा कि गहलोत मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष दोनों की भूमिका निभा सकते हैं. उन्हें कोई दूसरा नेता मंजूर नहीं होगा.
निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने को तैयार गहलोत को मुख्यमंत्री बने रहना चाहिए. अगर गहलोत के अलावा किसी और को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो निर्दलीय विधायक अपना समर्थन वापस ले लेंगे. मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने कहाः “हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बने रहें. इस बीच, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का समर्थन करने वाले विधायकों ने अपनी अगली रणनीति पर बातचीत करने के लिए उनके घर पर मुलाकात की है.
गहलोत, जो कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे, के मुख्यमंत्री पद से हटने की संभावना है. सीएलपी की बैठक उनके उत्तराधिकारी का फैसला करने के लिए होनी थी. इसे अब टाल दिया गया है. बैठक में पर्यवेक्षक के रूप में प्रदेश प्रभारी अजय माकन व वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पहुंचे हैं. इससे पहले आज दोपहर में जैसलमेर में अशोक गहलोत ने कहा था कि अगला मुख्यमंत्री ऐसा नेता होना चाहिए जो राज्य में दोबारा सरकार बना सके.
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