Ranchi Violence: Nupur Sharma मामले में हुई हिंसा पर सरकार का बड़ा एक्शन, अब मुस्लिम संगठन करेंगे ये काम
Ranchi Violence: 10 जून, 2022 को हुई हिंसक झड़पों में कथित तौर पर शामिल लोगों को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए 39 लोगों के खिलाफ पुलिस ने अदालत से गिरफ्तारी वारंट मांगा है. इलके बाद मुस्लिम संगठनों ये फैसला लिया है.
Ranchi Violence: झारखंड पुलिस ने उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है जो 10 जून, 2022 को हुई झड़पों में कथित तौर पर शामिल थे. जब रांची में एक अनियंत्रित भीड़ पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ तत्कालीन भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा दिए गए एक विवादास्पद बयान के विरोध में हिंसक हो गई थी.
एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि पुलिस ने 39 अन्य लोगों को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए अदालत से गिरफ्तारी वारंट मांगा है. प्रदर्शन के बीच पुलिस और भीड़ के बीच विवाद हो गया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को फायरिंग और लाठीचार्ज करना पड़ा. जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी.
हिंसा के दौरान कई पुलिसकर्मियों सहित 50 से अधिक लोग घायल हो गए और कई संपत्तियों को नुकसान पहुंचा है. इसके बाद उस समय दो दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था. अब एक साल से अधिक समय के बाद पुलिस इस मामले में लगभग 40 आरोपियों को गिरफ्तार करने की तैयारी में है.
पुलिस कार्रवाई को 'एकतरफा' बताते हुए विभिन्न मुस्लिम संगठनों ने बैठक की और निर्णय लिया है कि पुलिस कार्रवाई के विरोध में मुस्लिम समुदाय के लोग 12 अगस्त को दुकानें और व्यवसाय बंद रखेंगे. इन संगठनों से जुड़े लोगों का कहना है कि "उन्हें हेमंत सोरेन सरकार और महागठबंधन से ऐसे कदम की उम्मीद नहीं थी."
इन संगठनों ने अल्पसंख्यकों के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन करने वाली घटनाओं को नजरअंदाज करने के लिए हेमंत सरकार और धर्मनिरपेक्ष गठबंधन सरकार के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की. बैठक में हेमंत सरकार से अपील की गई कि रांची हिंसा मामले में उचित उच्चस्तरीय जांच होने तक एकतरफा पुलिस कार्रवाई को रोका जाए. इसके अलावा संगठनों ने भीड़ द्वारा हत्या विरोधी कानून बनाने और राज्य में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की भी मांग की.
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